स्तन शोथ (Mastitis) क्या है ? मस्तिटिस के कारण लक्षण और चिकित्सा हिंदी में जानकारी |

महिलाओं के स्तन में कई प्रकार की परेशानियाँ देखने को मिलाती है | स्तन संक्रमण को मैस्टाइटिस (Mastitis) जिसको हिंदी में स्तन शोथ भी कहा जाता है | इस लेख में थनैला रोग होने के कारण, लक्षण और उपचार (Mastitis Ka Ilaj) के बारे में जानकारी शेयर किया गया है |

जो महिलाएं स्तन पान कराती है उन्हें स्तन शोथ (Mastitis) नाम के परेशानी से कभी न कभी सामना करना पड़ता है | जब बच्चा अपने माँ का दूध पीता है उस समय बच्चे के मुँह से कुछ बैक्टीरिया स्तन के अन्दर चला जाता है | जिसके वजह से संक्रमण होने की खतरा बनी रहती है |

Mastitis treatment hindi
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स्तन में फोड़ा होना, महिलाओं को प्रसूति होने के बाद स्तन से दूध नहीं निकालता है | जिससे छाती तन जत्ती है कुछ महिलाएं जलन और तेज बुखार से तड़पने लगती है |

स्तन शोथ (Mastitis) को जानिए और मस्तिटिस के कारण लक्षण और चिकित्सा हिंदी में जानकारी |

स्तन शोथ (Mastitis In Hindi) होने का कई कारण बताये गए है लेकिन आपको समझने के लिए पोस्ट में मुख्य कारण, लक्षण और ट्रीटमेंट के बारे में सरल जानकारी शेयर किया गया है |

स्तन शोथ (Mastitis) होने के कारण

  • अचानक महिलाओं के छाती में चोट लगने से मैस्टाइटिस (Mastitis) हो सकता है |
  • बच्चों को स्तन पान कराने के बाद निप्पल को अच्छे से साफ नहीं करने से संक्रमण होने की खतरा बना रहता है |
  • प्रसूति के समय स्तन में दूध बच जाने से ये परेशानी हो सकती है |
  • कुछ बच्चे स्तन में दन्त लगा देते है ये कारण मैस्टाइटिस होने के लिए प्रयाप्त होती है |

मैस्टाइटिस होने पर पायेजाने वाला मुख्य लक्षण – The main symptom of getting mastitis

  • महिलाओं के छाती में सुजन आ जाती है जिसके वजह से एक स्थान दुसरे स्तन से बड़ा दिखाई देने लगता है |
  • बच्चो को स्तन पान कराते समय गर्म और जलन देता है |
  • स्तन छूने पर गर्म जैसा लगता है |
  • कुछ महिलाओं के स्तन में गांठ बन जाता है जिसके वजह उन्हें दर्द झेलना पड़ता है |
  • नाडी की गति डेज होना भी मैस्टाइटिस का लक्षण है |
  • महिलाओं के स्तन को स्पर्श करने पर पत्थर की सरह महसूस होना |
  • इस स्थिति में अक्सर महिलाये सुस्त और बीमार महसूस करती है |
  • अगर महिलाओं के स्तन में से दूध नहीं निकालता है तो वह मवाद भी बन सकता है |
  • स्तन में ठंड और खुजली होना |

स्तन शोथ (Mastitis) होने पर बेहतर चिकित्सा

जिन महिलाओं के स्तन में स्तन शोथ (Mastitis) जैसी बीमारी हुई है उन्हें बच्चे को दूध पिलना बंद (Thanela Rog Ke Gharelu Upchar) करना चाहिए |

समय-समय पर स्तन को सिकाई करना चाहिए इससे कहीं हद तक आराम मिलता है | अगर महिलाएं के स्तन (Mastitis Ka Ilaj) में गंभीर संक्रमण फ़ैलाने के बाद फोड़ा जैसा निकालता है तो सफाई कर सुखाना पड़ सकता है |

स्तन में पहले से दूध भरा है तो ब्रेस्ट पंप के मदद से दूध निकाल फेकना चाहिए या एंटीबायोटिक बवाओं का सेवन (Breast Abscess Treatment In Hindi) करते हुए स्तनपान करा सकती हैं |

ब्रेस्ट में मवाद बनने के बाद थोडा परेशानी का सामना करना पड़ता है | इसके तुरंत बाद चिकित्सक को दिखाकर चीरा लगवाकर (Thanela Rog Ka Injection) दवाइयाँ का सेवन करना चाहिए |

महिलाओं को अपने आप पर ध्यान देना चाहिए क्यूंकि जल्दी प्रभावित होती है |

अगर महिलाओं की बात करें तो पुरुषो की तुलना में अधिक कष्ट झेलती है | मासिक धर्म, गर्भावस्था, प्रसव और रजोनिवृत्ति जैसे अन्य समस्याओं से गुजरना पड़ता है |

कुछ महिलाएं पुरुषो के अपेक्षा अन्य लत भी जल्दी पकड़ लेती है | जैसे पति शराब पीता है और उसमें औरते भी साथ देती है उस स्थिति में पुरुषो से जल्दी लत महिलाओं में लग जाती है |

हाई ब्लडप्रेशर और हाई कोलेस्ट्राल की वजह से महिलाये पुरुषो की तुलना में अधिक स्ट्रोक होती है | आप देखे होंगे आजकल की महिलाये परिवारिक माहौल से भी दूर होते जा रहीं है |

पुरुषो की अपेक्षा महिलाओं में दिल का दौरा जल्दी पड़ने से मौत की आशंका बनी रहती है |

इस लेख में स्तन शोथ (Mastitis) क्या है ? मस्तिटिस के कारण लक्षण और चिकित्सा हिंदी में जानकारी |  दिया गया है | मस्तिटिस होने पर तुरंत महिलाओं को चिकित्सीय दवाइयों (Thanela Rog Ki Angreji Dawa) और देखभाल करने के लिए हमेशा तैयार रहना चाहिए |


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