whooping cough booster काली खांसी के बारे में सरल जानकारी |


whooping cough booster काली खांसी के बारे में सरल जानकारी जानने के लिए वेबसाइट हिंदी के इस लेख को पढ़ें और इस तरह  के रोगों से बचने के लिए तैयार रहें |

दोस्तों हमारे जीवन में हमेशा उतराव चढ़ाव आते रहता है | whooping cough booster कभी बुखार , सर्दी , निमोनिया के साथ मौसम बदलते ही अनेक प्रकार के बीमारी होने लगती है | अगर आप काली खांसी के बारे में सरल जानकारी जानते होंगे तो कुछ बचाव कर सकते है |


whooping cough booster काली खांसी होने का कारण क्या है ?

काली खांसी होने का अनेक कारण है जिनमे से मुख्य कारण निम्नलिखित है |

  • अगर कोई व्यक्ति रोगाणु बलगम से पीड़ित है तो उसके इस्तिमाल करने वाला किसी भी सामान का यूज न करें |
  • अगर आप किसी भीड़-भाड़ जगह पर है तो उस जगह पर रहने से बचे | जैसे एक कमरे में अधिक व्यक्ति को रहना |
  • बोईठेला प्र्टुसिस नाम के जीवाणु के द्वारा भी इस रोग का उत्पति होती है |
  • इस रोग संक्रमक से फैलता है | यह रोग पांच वर्ष के बच्चे के साथ साथ बड़ो में भी होने लगा है |

 काली खांसी के बारे में सरल जानकारी |

लक्षण

  • व्यक्ति को काली खांसी होने के बाद लम्बी – लम्बी सांसे भरने लगता है |
  • कुछ बच्चे खांसते समय उलटी भी कर देता है | इसके साथ पेशाब भी कर सकता है |
  • यह रोग रात में बढ़ जाता है |
  • बच्चे को काली खांसी होने के बाद हल्का बुखार , नाक बहना व छींके आना आम बात है |
  • अगर बच्चे का खासी बहुत दिन से हुआ है तो दम घुटने लगती है |

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उपचार

बच्चे के रोग में निदान पाने के लिए निम्नलिखित बातो को जाने

  • तेल से बनाया हुआ चिकना पदार्थ खाने से बचना चाहिए |
  • एफिड्रिन का प्रयोग करें जब बच्चे को साँस लेने में परेशानी हो |
  • खांसी अधिक दिनों से जकड जाने के बाद चिकित्सक से सलाह लेना चाहिए | हो सके तो 2 से 3 सप्ताह तक मेडिसिन की आवश्यकता हो सकता है |
  • दी.पी.टी. की तीन खुराक एक – एक महीने के अंतर पर , दुसरे महीने और तीसरे महीने के में देना चाहिए |
  • बड़े व्यक्ति को बीमारी हुई है तो नासिले पदार्थ खाने को न कहे |

इस तरह से आप whooping cough booster काली खांसी के बारे में सरल जानकारी जानकार अपने बच्चे को सुरक्षित कर सकते है |

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