बच्चे को जन्म लेने के बाद 6 महीने तक माँ का दूध पिलाना जरुरी होता है ताकि बच्चे और बच्चे की माँ दोनों खुशहाल रहें | स्तनपान कराने वाली माताओं के लिए आहार (Diet For BreastFeeding Mothers) से सबन्धित परेशानी बनी रहती है की भोजन में कौन-कौन सी खाघ सामग्री को शामिल करें?
माताएं अधिक दूध उत्पादन करना चाहती है ताकि उनका बच्चा अच्छे से भरपेट दूध पिए | दूध बनाने के लिए उन्हें खानपान पर भी ध्यान देना होता है | यह बात भी सही है की जैसा वो डाइट का सेवन करेगी वैसा भोजन बच्चे को भी मिलेगा | ब्रैस्टफीडिंग (Breast Feeding) कराने वाली महिलाओं को खाने-पिने पर खास ध्यान रखना होता है | अगर महिला नुकसान देने लायक भोजन करेगी तो यह असर उनके बच्चे पर भी होगा | इससे बचने के लिए स्तनपान कराने वाली के लिए आहार, रहन-सहन पर भी खास ध्यान देना चाहिए |
स्तनपान कराने वाली माताओं को किस प्रकार डाइट पर ध्यान देना चाहिये? – Diet For Breastfeeding Mothers To Increase Milk In Hindi
ब्रेस्टफीडिंग कराने वाली महिलाओं का भोजन
हर महिलाये अपना भोजन दैनिक जीवन में जरुरत के अनुसार ही करती है पर ब्रेस्टफीडिंग कराने वाली महिलाओं (Breastfeeding Diet Menu) को पहले की अपेक्षा 500 किलोकैलोरी की आवश्यकता होती है | बच्चे का सेहत बढियां रखने के लिए माँ को अधिक से अधिक तरल पदार्थो का सेवन करना चाहिए |
कुछ महिलाएं अपना फिटनेस सही रखने के लिए खाने पिने में (Diet For Breastfeeding Mothers To Lose Weight) कमी करती है जिससे उनके शरीर के लिए सही आहार नहीं मिलता जिससे वह आवश्यक पोषक तत्वों से वंचित रह जाती हैं |
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भोजन में महिलाओं को खाने में रोटी, थोड़ी चावल, प्रोटीन, बीज, सूखे मेवे, दूध , फल और सब्जिया जैसी चीजें शामिल करना चाहिए जो इस प्रकार है |
हरी-सब्जियां: हरी पत्तेदार सब्जियों का सेवन करना अच्छा माना जाता है | अगर आप स्वयं के साथ बच्चों का भी ख्याल रखना चाहती है तो विटामिन C, विटामिन E, विटामिन ए, आयरन, कैल्सियम, एंटीऑक्सीडेंट्स, फाइबर से भरपूर हरी सब्जियां (पालक, मेथी, लोटस, ब्रोकली) का सेवन करें |
मछली : पोस्टपार्टम डिप्रेशन को दूर करने के लिए मछलियाँ खाना सही रहता है | ऐसी मछली में ओमेगा 3 फैटी एसिड, प्रोटीन, विटामिन डी, विटामिन बी12 अत्यधिक मात्रा में मिलता है |
अंडा: भरपूर मात्रा में पोषक तत्व लेने के लिए अंडे का सेवन करना गलत नहीं होगा | अंडा खाने की ऐसी चीज है जो कम दामो में नजदीकी गाँव या शहर में उपलब्ध होता है |
अनाज: शरीर में एंटीऑक्सिडेंट्स, फाइबर, विटमिन्स, मिनरल्स, प्रोटीन प्राप्त करने के लिए खाने में ज्वार, बर्ली, साबुत अनाज और ओट्स का उपयोग जरुर करें | ये सभी बच्चे व माताओं के लिए उत्तम सामग्री हैं |
दाल: डाइट में अन्य सामग्री के साथ दाल खाने से प्रोटीन, फाइबर और आयरन प्रचुर मात्रा में मिलती है | महिलाये अपने हेल्थ के अनुसार चना, राजमा जैसी पदार्थो का सेवन कर सकती है |
दूध: महिलाओं को भी गया, भैंस का दूध (Diet For Breastfeeding Mothers To Increase Milk In Hindi) पीना बहुत जरुरी होता है क्यूंकि कैल्शियम, प्रोटीन, राइबोफ्लेविन (विटामिन बी -२) इसके तरत भी प्राप्त होता है |
स्तनपान करनेवाली महिलाओं को पानी पीने पर रखना होगा ध्यान |
स्तनपान (Feeding The Beast) कराने वाली महिलाओं को पहले के अपेक्षा अधिक प्यास लगती है. इसलिए महिलाओं को पुरे दिन थोडा-थोडा पानी पीते रहना चाहिए | ठंड के मौसम में गुनगुना पानी बोतल में भरकर रखें ताकि प्यास लगने पर तुरंत गुनगुना पानी पी सके |
Breast Feeding में मिनरल्स और विटामिन
खाने-पिने में कमी होने पर प्रयाप्त मात्रा में पोषक तत्व और विटामिन नहीं मिलता है जिसके बदले सप्लिमेंट्स का उपयोग करना सही रहता है | महिलाएं शरीर के फिटनेस के अनुसार डॉक्टर के देख रेख में मिनरल्स के सप्लीमेंट्स का सेवन कर सकती है | आयोडीन, कैल्सियम, विटामिन डी, विटामिन B12 सबसे मुख्य है |
इस लेख में स्तनपान कराने वाली माताओं के लिए आहार (Diet For Breast Feeding Mothers) और मिनरल्स का सेवन करने से संबंधित बताया गया है | अगर आपको पोषक तत्वों की कमी को पूर्ति करना चाहते है तो लेख में बताये गए भोजन और विटामिन का सेवन जरुर करें |
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