Thermometer क्या है? थर्मा मीटर नव जीवन में शरीरिक तापमान को जानने के लिए बहुत जरुरी है | इससे हर वक्त बढे – घटे तापमान के बारे में जानकारी रख सकते है | इसकी जरुरत तभी पड़ता है जब व्यक्ति रोगी हो जाता है |
इस प्रयोग को करने के पश्चात् आप थर्मामीटर के प्रयोग द्वारा व्यक्ति /रोगी के शारीरिक तापमान के जाँच कर पाएंगे तो आइये इस पोस्ट में Thermometer से संबंधित फायद / नुकसान तथा थर्मा मीटर के इस्तिमाल करने का तरीका को जानते है |
सबसे पहले शारीर के प्रत्येक भाग से लिए गए तापमान को जानिए
मुंह के तापमान – 98.6 डिग्री F या 37 डिग्री C
कक्षीय तापमान – 97.6 डिग्री F या 36.4 डिग्री C
वंक्षण तापमान – 97.6 डिग्री F या 36.4 डिग्री C
Thermometer उपयोग करने की विधि को जानिए
- सबसे पहले पाने हाथो को अच्छी तरह से धोये | आप साबुन से भी हाथ को साफ कर सकते है |
- थर्मामीटर को हिलाकर उसके सामान्य रीडिंग पर ले जाएँ |
- रोगी के नहाने और खाना खाने के बाद या पहले के 20 मिनट के अन्तराल पर ही थर्मोमीटर से जाँच करें |
- Thermometer को एंटीसेप्टिक के शीशी से निकलने के बाद रुई से साफ करें |
- Thermometer को रोगी के जीभ के निचे 2 मिनट के लिए रखने को कहें या रख दे |
- इसके बाद मुंह से थर्मो मीटर निकालकर जाँच कर सकते है |
- अब अच्छे से धोकर रख सकते है |
Thermometer को उपयोग करने के पहले जानने योग्य महत्वपूर्ण बिंदु
अगर कोई व्यक्ति को साँस लेने में तकलीफ हो , मुंह जल जाना , मुंह पर चोट लगना , दौरे पड़े , रोगी का कमजोर होना , बेहोसी में , भ्रम में होने पर मुँह से तापमान नहीं लेना चाहिए | (इसे भी पढ़ें रतनजोत के फायदे – Benefits Of Ratanjot)
छोटे बच्चे को मुंह से तापमान न ले क्यूंकि वह थर्मामीटर को तोड़ सकता है | मुंह से तापमान लेने के लिए बच्चे की आयु कम से कम 5 वर्ष होनी चाहिए |
जब रोगी कोई ठंढी या गर्म वास्तु खायी है तो इस समय मुंह से तापमान न ले | आप सामान्य परिस्थिति में मुंह से ताप मन ले सकते है |
यदि बच्चे या व्यस्क के लिए रेक्टल थर्मामीटर का प्रयोग करके गुर्दा से तापमान लिया गया है तो यह मुंह से लिए तापमान से 1 डिग्री F अधिक होगा |
थर्मामीटर का प्रयोग करने से पहले सावधानियां
तापमान लेने या लेने के पहले कभी – भी बल्ब से न पकडे |
यदि कोई रोगी थर्मामीटर को मुंह में तोड़ देता है तो रुई से साफ करें और थूकने को कहें ताकि कांच का टुकड़ा और पारा बाहर निकल सके |
कभी – भी तापमान लेते समय रोगी को अकेला न छोड़े |
अगर रोगी कुछ खाया – पिया हो तो 15 से 20 मिनट समय इंतिजार करें |
इस तरह से Thermometer का प्रयोग करके रोगी को नुकसान होने से बचा सकते है |
Sir cbse board exam se related material ho to sir send kare ge