आर्थ्रोस्कोपी क्या है? Arthroscopy में घुटनों का इलाज कैसे किया जाता है | वेबसाइटहिंदी.कॉम के पोस्ट में यह भी बताया गया है की इस प्रकार में किस टाइप का इंजेक्शन लगाया जाता है |
इस सर्जरी में डॉक्टर द्वारा विशेष प्रकार के उपकरण से इलाज किया जाता है | इस सर्जरी में कितना परेशानी होती है यह रोगी के रोग और स्थिति पर निर्भर करता है | लेकिन रोगी को सही जानकारी नहीं होती है की उन्हें इलाज कहा और कब करवाना चाहिए |
आर्थ्रोस्कोपी क्या है? What Is Arthroscopy In Hindi
आर्थ्रोस्कोपी एक प्रकार के सर्जरी प्रोसीजर है जिसके तहत घुटनों या जोड़ो की समस्याओं को इस उपचार के द्वारा ठीक किया जाता है | इस सर्जरी प्रोसीजर में एक लाइट के साथ Camera लगी होती है जिसे Arthroscopy कहते है | (इसे भी पढ़ें किसी लडकी की पसंद कैसे बनें?)
महिला और पुरुष में इसके वजह से कई प्रकार के समस्या होती है जिसको आर्थ्रोस्कोपी सर्जरी से ठीक किया जा सकता है | इस तकनीक का इस्तेमाल करने के बाद बार – बार डॉक्टर के पास जाना होता है ताकि सही स्थिति का पता लगाया जा सके |
आर्थ्रोस्कोपी करवाने के कारण – Causes Of Arthroscopy In Hindi
ऊपर के पैराग्राफ में आर्थ्रोस्कोपी क्या है? के बारे में पूरा डिटेल्स शेयर किया गया है | लेकिन आपको यह जानना आवश्यक होता है की आर्थ्रोस्कोपी कब और क्यों किया जाता है | जो इस प्रकार है | (इसे भी पढ़ें ओसीआर सॉफ्टवेर (OCR software) क्या है? इसके फायदे और उपयोग करने के तरीका |)
घुटनों या जोड़ो में दर्द होना
जोड़ो में सूजन होना
जोड़ो में द्रव्य का जमना
घुटनों को छतिग्रस्त होना
जोड़ों की हडियों को हिलना
जोड़ों के ऊपर लालिमा नजर आना
आर्थ्रोस्कोपी कराने से किन्हें सावधान रहना चाहिए |
रोगी को कुछ मामलो में इस सर्जरी का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए जो इस प्रकार है | (इसे भी पढ़ें अंकोल क्या होता? Ankol के फायदे और नुकसान)
गंभीर गठिया होने के बाद
जोड़ो की समस्या अधिक होने पर इस सर्जरी की ओर न जाये |
रक्त का थक्का जमना
घुटनों की समस्या ठीक होने में कितना समय लगता है ?
इस समस्या को ठीक करने में रोगी के समस्या और प्रकार के ऊपर निर्भर करता है की रोगी की बीमारी कितना गंभीर है | फिर भी इस समस्या से छुटकारा पाने में लगभग एक माह का समय लग सकता है |
रोगी को पूरी तरह से ठीक करने में सेहत पर बहुत बड़ा प्रभाव पड़ता है | रहन- सहन के अलावा डॉक्टर द्वारा बताये गए निर्देशों को पालन करना होता है | अगर आप ठीक से पालन नही करते है तो आपका समस्या कम होने के बजाय बढ़ सकता है | (इसे भी पढ़ें इंजीमेक्स सिरप क्या है? उपयोग करने की विधि तथा वजह |)
आर्थ्रोस्कोपी द्वारा इलाज कराने में कितना शुल्क भुगतान करना होता है?
आर्थ्रोस्कोपी द्वारा इलाज कराने में रोगी के हालात और स्थिति के अनुसार अलग – अलग होस्पितालो में 80,000 रुपये से 2 लाख रुपये तक पैसे खर्च हो सकता है |
इलाज कराने के दौरान साइड इफ़ेक्ट
इलाज कराने के दौरान कुछ असामान्य समस्या साइड इफ़ेक्ट के रूप में हो सकता है | आर्थोस्कोपी के दौरान ब्लीडिंग, सूजन, ब्लड वेसल्स में नुकसान पहुँचने जैसी समस्या हो सकती है | लेकिन यह समस्या बहुत कम लोगो में होता है |
समस्या प्रकार के समस्या होने पर डॉक्टर को दिखाना चाहिए?
आर्थ्रोस्कोपी सर्जरी करवाने के बाद कुछ सामान्य लक्षण दिखाई देता है जिसके बाद डॉक्टर्स से संपर्क करना चाहिए | (इसे भी पढ़ें बीएसएनएल कॉलर ट्यून मोबाइल से सेट कैसे करे?)
खांसी होना
उल्टी होना
साइन में दर्द होना
जोड़ो में दर्द महसूस होना
साइन में दर्द होना
प्रभावित स्थान से द्रव निकलना
सर्जरी के स्थान पर सूजन होना
साँस फूलना
निष्कर्ष (Conclusion)
वेबसाइटहिंदी.कॉम के पोस्ट में आर्थ्रोस्कोपी क्या है? Arthroscopy में घुटनों का इलाज कैसे किया जाता है के बारे में बताया गया है | इस आर्टिकल में यह भी बताया गया है की Arthroscopy Kya Hai और इसका इलाज कैसे होता है|
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