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एनल फिशर के घरेलू उपाय – What Is An Anal Fissure

एनल फिशर के घरेलू उपाय जानने से पहले आपको यह जानना होगा की Anal Fissure के होने का कारण क्या है? शरीर में होनेवाली इस समस्या को ठीक कैसे करे?

एनल फिशर की शुरूआती लक्षण का पता चलने पर तुरंत ईलाज कराना चाहिए क्यूंकि यह समस्या बढ़ जाती है तो कोई भी दवा काम नहीं करता | शुरूआती दिनों में घरेलु नुस्खे अपनाकर  Anal Fissure को कम या ठीक किया जा सकता है |

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एनल फिशर क्या है? हिंदी में जानिए – What Is An Anal Fissure

एनल फिशर गुदा से संबंधित समस्या है | फिशर को हिंदी में (दरार) Fissure Meaning In Hindi  कहा जाता है | मल करते समय गुदा में क्रैक या फटने के कारण दर्द देता है और खून निकलने लगता है जिसे एनल फिशर कहते है | Anal Fissure रोग किसी भी व्यक्ति को कभी भी हो सकता है | यह बवासीर से विल्कुल अलग होता है | इसे आप खुनी बवासीर भी कह सकते है | (इसे भी पढ़ें जमीन रजिस्ट्री कैसे करे? 2021 में दस्तावेज, ड्यूटी स्टाम्प के बारे में सामान्य जानकरी |)

फिशर जैसी समस्या में गुदा द्वार में बहुत जलन और दर्द होती है | असहनीय दर्द होने से रोगी को परेशानी के अलांवा कुछ दिखाई नहीं देता है |

Anal Fissure होने के कारण

फिशर होने के अनेक कारण है जिसमें से मुख्य कारण निचे दिया गया है |

फिशर होने का सबसे मुख्य और पहला कारण कब्ज है जिसके वजह से वजह से मल कभी गिला नहीं होता है | जब मल कठोर होकर एनस से निकालता है तब गुदा के रस्ते में क्रैक या दरार पड़ जाता है जिसके वजह से अनल फिशर होने की संभावना बढ़ जाती है | (इसे भी पढ़ें प्रेमिका को कैसे खुश रखें? Premika Ko Khush Kaise Kare)

आज के समय में रोज्मरा के दवाई खाने पड़ते है जिसके साइड इफ़ेक्ट से फिशर होने की संभावना अधिक होती है |

गर्भवती महिलाओं को फिशर होने की अधिक संभावना होती है | क्यूंकि गर्भवस्था में गर्भाशय की प्रेशर अधिक होती है और मुकोसा प्रभावित होती है | जिसके वजह से एनस खराब होने की संभावना बढ़ जाती है |

आज के समय में लोग चायनीज और मशलेदार फास्ट फ़ूड पसंद करते है | अगर आप अधिक मात्रा में सेवन करते है तो आपको Fisher हो सकता है |

आये दिन अधिक मिर्च मशाले तथा मैदा से बनी चीजे खाने से गुदा में परेशानी होने की चांस बढ़ जाती है | (इसे भी पढ़ें हिलते दांत का उपचार घरेलु उपचार व नुस्खे |)

अक्सर देखा गया है की लोग खाना खाने से पहले या बाद पानी नहीं पीते है | जिसके वजह से पेट में गर्मी पैदा होती है और मल सुख जाता है | अगर आप खाने के 30 मिनट बाद भी भरपेट पानी नहीं पीते है तो आपको इस समस्या से ग्रसित होना पड़ेगा |

Anal Fissure होने के लक्षण – Signs Of Having Anal Fisher

जिस व्यक्ति को फिशर की समस्या अधिक होती है उन्हें सौच करने में भी डर लगता है क्यूंकि सौच करते समय दर्द और जलन बहुत तेज होती है | दर्द ऐसा होता है जैसे गुदा का चमड़ा कट रहा हो | (इसे भी पढ़ें फिस्टुला के घरेलू उपचार और 7 चौंकाने वाले तथ्य | भगंदर ठीक कैसे करें?)

कभी – कभी किसी स्थिति में गुदे के अन्दर या बाहर सूजन होने लगता है | मस्सा जैसा लटकने पर देखने में बादी बवासीर की तरह ही लगता है |

बार-बार गुदे में खुजली होना | यह खुजली फिशर या बवासीर के कारण हो सकता है | आप जितना खुजलायेंगे उतना ही खुजली बढ़ते जायेगा |

कभी – कभी फिशर में जो गुदा लटका होता है उसमे से पीड़ित व्यक्ति को मवाद भी निकालता है |

ज्यादा देर तक बैठने से दर्द का अनुभव होता है | आपको लाख ट्रीटमेंट करने के बावजूद बैठ नहीं सकते है |

एनल फिशर का ईलाज – Treatment Of Anal Fisher

(1.) एलोवेरा से फिशर में राहत

एलोवेरा में बहुत सारे आयुर्वेदिक गुण पाये जाते जाते है जिसके वजह से एनल फिशर (Anal Fissure) में बहुत लाभ मिलता है | अगर आप Fisher को Control करना चाहते है तो एलोवेरा से बने जूस हर दिन पिने की कोशिश करें | इससे दर्द कम होने के साथ समस्या में सुधार भी होगा | मुलायम रखने के लिए इसे प्रभावित जगहों पर लगा भी सकते है | (इसे भी पढ़ें ईपीएफ बैलेंस चेक कैसे करे ?)

(2.) नारियल तेल से एनस ठीक करें |

मीडियम-चेन ट्रिगलिसराइड्स (Medium-Chain Triglycerides) गुण से भरा पड़ा है नारियल तेल | अगर आप चार-पांच बार दिन में प्रभावित जगह पर लगते है तो आपको बहुत आराम मिलेगा |

(3.) तरल पदार्थ और हरी सब्जियां का सेवन

जिस व्यक्ति को इस तरह की समस्या होती है उसे हर दिन तरल पदार्थ पीना चाहिए | अपने आहार में साबुत अनाज तथा हरी सब्जियां का इस्तेमाल जरुर करना चाहिए | (इसे भी पढ़ें काली खांसी (Whooping Cough) क्या है? लक्षण / कारण / निदान / चिकित्सा को हिंदी में !)

(4.) सेब या सेब की सिरके

गुदा के समस्या होनेवाले रोगी को अधिक मात्रा में कब्ज होती है | इसके निवारण के लिए हर दिन सेब के सिरके को लेना चाहिए | अगर आप सिरके का उपयोग नहीं करते है तो हर दिन सुबह में सेब खाने से कब्ज कम होगा और रहात मिलेगी |

(5.) गर्म पानी का उपयोग

जिन लोगो को फिशर हो गयी है उन्हें सहाय भर गर्म पानी से सेकना चाहिए | एक प्लास्टिक के वर्तन में गर्म पानी डालकर बैठने की कोशिश करें | Betadine Solution  गर्म पानी में डालकर बैठ सकते है | (इसे भी पढ़ें एमपीएल (Mpl App) क्या है ? हजारों रुपये कमाई करने का मौका)

(6.) डॉक्टर के पास जाये

शुरूआती में घरेलु उपाय करने से ठीक नहीं होने पर डॉक्टर से संपर्क जरुर करना चाहिए | होमियोपैथी या एलोपैथी डॉक्टर आपके लिए अच्छा हो सकता है | अगर फिशर का इलाज समय पर नहीं कराया जाये तो यह कैंसर का रूप ले सकता है |

अच्छा होमियोपथी दवा लेने के लिए “प्रभा होमियो हॉल” अकबरपुर रोहतास से डॉक्टर संदीप कुमार (Dr. Sandip Kumar) M.E.M.S (HON.) से संपर्क कर सकते है |

फिशर से बचने की सावधानियां – Precautions To Avoid Fisher

  • ऐसा लगे की आपको सौच लगा है तो मल त्यागने में तनिक भी देरी न करें |
  • गुदा वाली जगह को हमेशा साफ रखना चाहिए | पानी से धोने के बाद पानी को सूती के कपडे से साफ करना चाहिए |
  • पेट में कब्ज बनने से यह समस्या अधिक होती है | इसके लिए भोजन पर विशेष ध्यान देना चाहिए | ऐसी भोजन खाने की कोशिश करे जिससे कब्ज से छुटकारा मिल सकें |
  • बच्चे का मल साफ करते समय साफ सफाई पर ध्यान देना चाहिए |
  • अधिक से अधिक पानी पिने की आदत डालें | (इसे भी पढ़ें Reliance jio कंपनी का नवीनतम प्रोडक्ट JioGlass किस प्रकार उपयोगी है !)

Conclusion

इस पोस्ट में एनल फिशर के घरेलू उपाय कैसे करें के बारे में बताया गया है | Anal Fissure गंभीर बीमारी तो नहीं है लेकिन अधिक दिनों तक छोड़ देने से अधिक परेशानी हो सकती है | कभी-कभी यां कैंसर का रूप ले लेता है इसीलिए खान-पान और घरेलु नुस्खे पर ध्यान देना आवश्यक होता है |

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