छोटे बच्चों की चिंता माता-पिता तब करते है जब उनके बच्चे का वजन ग्रोथ चार्ट के अनुसार नहीं बढ़ता है | यह समस्या हर माँ-बाप को असमंजस की स्थिति बना देती है | इस पोस्ट में जानेंगे नवजात शिशु का वजन कैसे बढ़ाएं?
बच्चे का उम्र थोड़ी-बहुत कम या ज्यादा होने से परेशानी नहीं है | समस्या तब होती है जब बच्चे का वजन उसके आयु के अनुसार नहीं होता है | इस तरह की परेशानी तब समझ में आती है जब पड़ोस के बच्चे की वजन और स्वास्थ्य आपके बच्चे से अधिक बढियां होती है | इस समस्या का निवारण करने के लिए नवजात शिशु को मेडिसिन के अलांवा घरेलु ऊपर कर सकते है |
छोटे बच्चे का वजन खान-पान और रहन सहन पर भी निर्भर करता है | जो निम्नलिखित है | (इसे भी पढ़ें फॉल्स प्रेगनेंसी क्या है? False Pregnancy In Hindi)
आयु | लड़की (किलोग्राम) | लड़का (किलोग्राम) |
3 माह | 5.0 | 5.3 |
6 माह | 6.2 | 6.7 |
9 माह | 6.9 | 7.4 |
1 वर्ष | 7.8 | 8.4 |
2 वर्ष | 9.6 | 10.1 |
3 वर्ष | 11.2 | 11.8 |
4 वर्ष | 12.9 | 13.5 |
5 वर्ष | 14.5 | 14.8 |
6 वर्ष | 16.0 | 16.3 |
7 वर्ष | 17.6 | 18.0 |
8 वर्ष | 19.4 | 19.7 |
9 वर्ष | 21.3 | 21.5 |
10 वर्ष | 23.6 | 23.7 |
बच्चों को सही वजन अच्छा क्यों माना जाता है?
बच्चों में सही वजन रहने पर यह देखा जाता है की उनका स्वास्थ्य कितना बेहतर होगा जो निम्नलिखित है | (इसे भी पढ़ें आंखों में जलन (Aankhon Mein Jalan) का ईलाज, कारण और लक्षण !)
- जिन बच्चों में वजन अधिक कम होतें है उनके शरीरिक प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाती है |
- वजन कम होने से बढ़ते विकास धीमा हो जाता है |
- आयु के हिसाब से वजन नहीं रहने पर कुपोषण का संकेत मिलता है |
- बच्चे दुबला – पतला और वजन काफी कम है तो बच्चों में अनेक प्रकार के बीमारियाँ हो सकती है |
- सही समय पर ध्यान नहीं दिया जाये तो समस्या बढ़ते जायेगा और बच्चे की मृत्यु भी हो सकती है |
छोटे बच्चों का वजन कैसे बढ़ाएं? How To Gain Weight Of Young Children?
6 महीने से कम सभी नवजात शिशु को माँ का दूध प्रयाप्त होता है | माँ के दूध में वो सभी आहार मिल जाता है जिसका आवश्यकता बच्चों में होती है | माँ का दूध पिने से पेट की समस्याएं कम होती है | (इसे भी पढ़ें हिलते दांत का उपचार घरेलु उपचार व नुस्खे |)
डॉक्टरो द्वारा हमेशा सुनने को मिलता है की छ: महीने से छोटे नवजात शिशु को भरपूर मात्रा में माँ का दूध अनिवार्य होता है |
जैसा की आप जानते है घी पौष्टिकता से भरपूर होता है | 9-10 महीने के बच्चे को शब्जी, रोटी, पराठा, दलिया के साथ दो चार बूंद घी देना सही होगा | बच्चें को घी की मात्रा बच्चे की आयु के अनुसार ही देना चाहिए | (इसे भी पढ़ें त्वचा पर होनेवाली एलर्जी के घरेलू उपाय – Skin Allergy Home Remedy In Hindi)
(2.) बच्चे को केले खाने दें |
6-7 महीने से ज्यादा उम्र के बच्चों को केले खिलाना चाहिए | बच्चों में विटामिन सी, विटामिन बी6, कार्बोहाईड्रेट, फाइबर और पोटेशियम की पूर्ति केले खिलने से हो सकता है | ठंड के मौसम को देखते हुए घर या सफ़र में केले का इस्तेमाल कर सकती है |
(3.) वजन बढ़ाने के लिए दही है उपयोगी
दही में प्रोटीन और उर्जा बच्चों के लिए अच्छा माना जाता है | दही खिलने से बच्चे का वजन बढ़ सकता है क्यूंकि दही में कैल्शियम, पोटेशियम, आयरन, विटामिन तथा अनेक पोषक तत्व मौजूद होतें है | इसीलिए बच्चों को थोडा-थोडा दही की मात्रा देना चाहिए | (इसे भी पढ़ें भारत डायनामिक्स लिमिटेड (BDL) के तहत स्नातक और तकनीशियन (डिप्लोमा) अपरेंटिस पदों पर भर्ती 2020)
(4.) दालें खिलाकर वजन बढ़ाएं|
अगर आप बच्चों की मांसपेशियां मजबूत करना चाहते है तो दालें का सेवन करना बहुत उपयोगी है | क्यूंकि इसमें प्रोटीन आयरन, जिंक, मिनरल मौजूद होतें है | छोटे बच्चो के खाने में दालें शामिल जरुर करें |
(5.) ड्राई फ्रूट्स से वजन बढ़ाएं |
जैसा की आप जानते है ड्राई फ्रूट्स में एनर्जी भरपूर मात्रा में पाई जाती है | वजन बढ़ाने के लिए बच्चों को ड्राई फ्रूट्स जरुर खिलाएं | (इसे भी पढ़ें जवान लड़कियों की डाइट कैसा होना चाहिए?)
(6.) फ्रूट जूस पिलाएं |
बच्चें को स्वास्थ्य रहने के लिए वजन के साथ – साथ विटामिन और मिनरल्स की आवश्यकता होती हैं | अगर आप फ्रूट जूस देतें है तो वजन बढ़ने में मदद मिलेगा |
(7.) मक्खन से बच्चे का वजन बढ़ाएं |
बिना नमक डाले बच्चे को मक्खन देना सही होता है | मक्खन खिलाने से बच्चों में विटामिन ए, कोलेस्ट्राल और फैटी एसिड की पूर्ति होती हैं | इसीलिए छोटे बच्चों की डाइट (Diet) में मक्खन शामिल जरुर करें |
बच्चों की उम्र कम होने की कारण
भोजन में पोषक तत्वों की पूर्ति नहीं होने और वजन में कमी होने के अनेक कारण होतें है जो निम्नलिखित है | (इसे भी पढ़ें दाखिल खारिज (Dakhil Kharij) आवेदन स्थिति (Status) कैसे देखें?)
- बच्चों में हार्मोन्स संबंधी समस्या होना |
- पेट में कीड़ा होना |
- खून से संबंधित बीमारी होना |
माता-पिता बच्चों के लिए क्या करें या क्या न करें |
- बच्चे की भूख कब लगती है समझने की कोशिश करें |
- ऐसी आहार देने से बचना चाहिए जिससे बच्चे को एलर्जी होता हो |
- भावनात्मक संबंध को अच्छा करें |
Conclusion
वेबसाइटहिंदी.कॉम के इस पोस्ट में नवजात शिशु का वजन कैसे बढ़ाएं? (Shishu Ka Vajan Badhan Eke Upay In Hindi) के बारे में बताया गया है | अगर आप बच्चे का वजन बढ़ाना चाहते है तो पोस्ट में बताये अनुसार उपाय जरुर करें या नजदीकी डॉक्टर से परामर्श करें |