Nominee Name क्या है? नॉमिनी के बारे में पूर्ण जानकारी हिंदी में जानिए | अगर आप बैंकिंग या बिमा क्षेत्र से संबंधित आवेदन करते है तो नॉमिनी के बारे में जरुर सुने होंगे |
जब भी आप म्यूचुअल फंड (Mutual Fund), पोस्ट ऑफिस (Post Office) में डिपाजिट करते है या बैंक में खाता (Bank Account) खुलवाते है तो Nominee Name का आप्शन दिखाई देता है | परन्तु जानकारी नहीं होने पर ग्राहक इस आप्शन को भरना (Filled) छोड़ देतें है | इस पोस्ट को पढने के बाद आप समझ जायेंगे की “Nominee Name” क्या होता है? और इसका इस्तेमाल क्यों करना चाहिए? (इसे भी पढ़ें एक लैपटॉप से दुसरे लैपटॉप में फाइल ट्रान्सफर (शेयर) कैसे करें ?)
जानिए नॉमिनी क्या होता है? What Is Nominee Name In Hindi
किसी भी बचत खाता (Saving Account) या म्यूच्यूअल फण्ड में अकाउंट खुलवाते समय एक नामांकित की जरुरत होती है | यह निवेशक या लॉकर धारक के नामांकित करने के लिए सुरक्षित जमा लॉकर धारक को सक्षम बनाता है | जब निवेशक या खाता धारक की मृत्यु (निधन) हों जाती है उस स्थिति में नामांकित व्यक्ति उस अकाउंट का हक़दार होता है | (इसे भी पढ़ें पांच तरीका से बैंक अकाउंट नंबर पता कैसे करें ? जानिए सरल तरीका |)
Nominee Name किसको बनाना चाहिए?
नॉमिनी बनाने का हक़ खाताधारक को ही होता है | वह अपने मर्जी से किसी भी रिश्तेदार को नामांकित व्यक्ति के लिए चयन कर सकता है | बैंकिंग क्षेत्र में अधिकतर लोग नजदीकी संबंधी जैसे – भाई-बहन, माता-पिता, पति-पत्नी, बेटा-बेटी, भाई को नामांकित में नाम दर्ज करवाते है | परन्तु कुछ स्थितियों में चाचा-चाची, दादा-दादी, पोता-पोती, बुआ, दोस्त को नॉमिनी में नाम लिखवा सकतें है | (इसे भी पढ़ें बिजली नहीं रहने पर धुप से चार्ज होनेवाला सोलर पॉवर बैंक जानिए कैसा है !)
उदाहरण: बैंकों में नामांकित के तौर पर नाम दर्ज करवाने से फायदा यह होगा की जब खाता धारक की मृत्यु हो जाती है | उस स्थिति में बैंक के नियम अनुसार बैंक में जमा किये गए रकम नॉमिनी को मिलता है | रकम लेते समय जरुरी डॉक्यूमेंट (आवासीय प्रमाण पत्र, आधार कार्ड, उत्तराधिकार प्रमाण पत्र) की आवश्यकता होती है | कुछ स्थिति में बैंक या अदालत द्वारा मांगे गए दस्तवेज इकठ्ठा करना पड़ता है |
नॉमिनी एप्लीकेशन भरने का तरीका हिंदी में
उदाहरण के लिए जब आप किसी बैंक अकाउंट या निवेश के लिए आवेदन करते है उस आवेदन फॉर्म में एक नॉमिनी का कलम होता है | आप जिसे नामांकित करना चाहते है उस व्यक्ति का नाम, जन्म तिथि, रिश्ता के बारे में उल्लेख करना होता है | नाबालिग बच्चे का नाम नामांकित करना वर्जित होता है | अगर पुत्र को नॉमिनी बनान चाहते है आपके पुत्र का उम्र कम से कम एक वर्ष होना चाहिए | (इसे भी पढ़ें सभी बैंकों का बैलेंस जानने के लिए missed call नंबर की सूची !)
बैंक खाता या म्यूच्यूअल फण्ड खुलवाने के बाद नाम देने के लिए आवेदन पत्र भरकर बैंक में जमा करना होगा | आजकल बैंकों में ऑनलाइन सुविधा मिल रही है जिसके द्वारा घर बैठे Nominee Name बदल सकतें है | उदाहरण : भारतीय स्टेट बैंक के नेट बैंकिंग में नॉमिनी नेम Change करने का आप्शन होता है |
नामांकित व्यक्ति का नाम कैसे काम करता है?
नोमिनी नाम तभी सक्रीय होता है जब खाता धारक की दुर्धटना या मृत्यु होती है | यह बैंक के टर्म्स कंडीशन पर निर्भर करता है | इसके लिए बैंक को प्रमाण पत्र के साथ एक आवेदन देना होता है | कभी – कभी तो जटिल प्रक्रिया से गुजरना पड़ता हैं | (इसे भी पढ़ें भारत में प्रथम पुरुष)
नामांकित व्यक्ति का नाम जोड़ने से फायदा
सरकार के पास बहुत सारे ऐसे अकाउंट होल्डर का धन इकठ्ठा है जिसका हक़दार कोई नहीं है | इसका कारण यह है की वो सभी लोग के खाते में नॉमिनी नाम जुड़ा नहीं था | जीवन के बारे में निधन या दुर्घटना संबंधित ठोस जानकारी किसी के पास नहीं है | (इसे भी पढ़ें पीएचडी क्या है? कहाँ से करें |)
आपका पैसा बर्बाद न हो इससे बचने के लिए नामांकित का नाम अवश्य देना चाहिए | इससे यह होगा की आपके परिवार को उस पैसा का लाभ मिलेगा |
निष्कर्ष
इस पोस्ट में Nominee Name क्या होता है? नामांकित व्यक्ति का नाम क्यों और किस उदेश्य से दिया जाता है के बारे में सभी पॉइंट शेयर किया गया है | यह भी बताया गया है की जब किसी फॉर्म में नॉमिनी का कलम आये तो अनिवार्य रूप से भरने की कोशिश क्यों करना चाहिए?