Last updated on December 16th, 2020 at 08:42 pm
चिकन पॉक्स का इलाज (Chicken Pox Treatment) घरेलु उपचार से किया जा सकता है | कहा जाता है माता आने का कारण कुछ भी हो छोटी माता का आयुर्वेदिक उपचार या चेचक की दुआ करना सही होता है |
वरिसोला ज़ोस्टर वायरस द्वारा फैलने वाला बीमारी को छोटो चेचक, बेरिसेला तथा चिकन पॉक्स नाम से जाना जाता है | इस वायरल बीमारी को छोटी माता भी कहते है | कई दशक पहले गाँवो में चिकन पाक्स (Chicken Pox Causes) होता था तो पूरा गाँव ही साफ़ हो जाता था |
चिकन पॉक्स क्या है? What Is Chicken Pox In Hindi
यह मनुष्य के शरीर में फैलने वाला संक्रमण रोग है जिस किसी व्यक्ति में लग जाता है वह बुखार और सिरदर्द से परेशान रहने लगता है | जिसके तुरंत बाद शारीर पर पानी वाले दाने निकल जाते है |
छोटी चेचक से छुटकारा पाने के लिए तरह-तरह का उपचार (चेचक की अंग्रेजी दवा, छोटी माता का आयुर्वेदिक उपचार, चेचक की दुआ) करते है | परन्तु इन सभी से छोटी चेचक (Chicken Pox Treatment) पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता है | जिसके बाद रोगी अधिक बेचैन और प्रभावित होता है |
माता आने का कारण – Cause Of Chicken Pox
जैसा की आप जानते है संक्रमण रोग कहीं से कभी भी फैल सकता है | विषाणु (Virus) अकोशिकीय अतिसूक्ष्म जीव हैं जो केवल जीवित कोशिका में ही वंश वृद्धि करता है | इस वायरस (Virus) का संक्रमण मुंह से निकले छोटे-छोटे बिंदु कणों से फैलता है | (How Do You Get Chicken Pox)
चेचक फैलने के कारण (माता आने का कारण) दूषित कपडा, रहन-सहन और गंदे बिस्तर की वजह से फैलता है |
रोग पैदा करने वाले संक्रमण फैलने की खतरा तब भी बना रहता है जब इस रोग से ग्रसित व्यक्ति खांसता और छींकता है |
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छोटी चेचक के लक्षण – Symptoms Of Chicken Pox
चेचक होने पर 10 दिनों तक किसी के समझ में नहीं आता है की रोगी को हुआ क्या है | वे अनजाने में माता निकलने की दवा, “चेचक के दाग” की दवा या अन्य घाव या फुंसी समझने लगते है | छोटी चेचक के लक्षण इस प्रकार निम्नलिखित है |
- सिरदर्द
- बुखार
- उल्टी
- अधिक थकान
- बेचैनी
- चेहरे हांथो में पानी वाले दाने का निकलना
- लाल धब्बे
- घाव की तरह धब्बे बच्चे , व्यस्क के चेहरा > कलाई> पीठ > पेट फिर पुरे शरीर में फैलना |
- इस संकर्मन की काम दो से तीन हप्तों तक रहता है |
चेचक का उपचार – Chicken Pox Treatment
चेचक के उपचार करना सरल है पर ज्यादा चेचक के दाग की दवा के लिए चेचक की अंग्रेजी दवा का सेवन करते है तो परेशानी घटना छोड़ बढ़ भी सकता है |
- बच्चे या व्यस्क में चेचक होने पर आराम की जरुरत होती है |
- जब किसी को छोटी चेचक हो जाये उस स्थिति में अन्य व्यक्ति को दूर रहना चाहिए |
- हो सके तो चेचक की दवा होमियोपेथी का इस्तेमाल करना सही रहता है |
- माता से खुजली के उपाय कुछ नहीं है पर एविल (Avil) दे सकतें है |
- प्रतिदिन शरीर को स्पंज कर साफ कपडे बदलने को कहें |
- अगर आपको पता है की आप छोटो चेचक (बेरिसेला) से ग्रस्त है तो हप्तो के भीतर टिका लगवाने से बीमारी की गंभीरता कम कर सकतें है |
- चेचक में जीवाणु संक्रमण होने पर एंटीबायोटिक दवाओं का प्रयोग कर सकतें है |
चेचक का घरेलु इलाज – Home Remedies For Smallpox
नीम के पत्ते का प्रयोग: अक्सर गाँवो में बच्चे को इस बीमारी से छुटकारा दिलाने के लिए नीम के पत्ते लाभदायक साबित हुआ है |
नीम के पत्ते को पानी के साथ उबालें | उबले हुए पानी को सामान्य करने के बाद नहाने में प्रयोग करने से आराम मिलता है | नीम के पत्ते को पानी के साथ पेस्ट बनाकर शरीर में बने घाव पर चिपकाने से कहीं हद तक आराम मिलता है |
शहद का इस्तेमाल: बच्चों में छोटी माता (Chicken Pox Causes) होने पर किसी भी तरीके से संक्रमण कम करना होता है | जैसा की आप जानते है शहद में एंटी बायोटिक गुण होते है जिससे रोगी के शरीर में फैल रहे संक्रमण को कम करने में सहायक होता है | चिकन पॉक्स से ग्रसित भाग (Chicken Pox Images) पर शहद का लेप लगा सकते है |
चिकन पॉक्स होने से पहले बचाव
जैसा की आप जानते है सरकार ने हर बच्चे के लिए नि:शुल्क टिका देने की निर्णय ली है | जब बच्चे की उम्र 3 से 6 महीने का हो तभी चेचक का टिका लगवा सकते है |
Conclusion
इस लेख में चिकन पॉक्स का इलाज (Chicken Pox Treatment) और घरेलु उपचार के पहले माता आने का कारण और चेचक में परहेज के बारे में सरल उपाय बताया गया है | ऊपर बताये गए उपायों में से घरेलु उपाय और चेचक का उपचार (Chicken Pox Treatment In Hindi) करते है तो होनेवाले संक्रमण को रोका जा सकता है |