Saturday, December 27, 2025
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प्रीपेड स्मार्ट मीटर और सामान्य मीटर में अंतर क्या है?

आज के समय में बड़े शहरों से छोटे शहरों तक जेनेरल मीटर के बदले Smart Prepaid Meter लगे हुए है | कुछ जगह पर स्मार्ट मीटर लगे हुए है तो कुछ जगह मीटर लगाना जारी है | प्रीपेड मीटर लगने से कस्टमर को यह लगता है की कहीं जेनेरल मीटर से प्रीपेड मीटर में पैसे ज्यादा भुगतान तो नही करना होगा |

जैसा की आप जानते है न्यू Prepaid Smart Meter लगने से पहले जेनेरल मीटर में बिजली (Electricity) यूज करने के बाद पैसे का भुगतान करना होता था लेकिन अब के स्मार्ट मीटर में पहले रिचार्ज करना होता है | जितने पैसे का Recharge करेंगे उतना ही बिजली यूज करने को मिलेगा |

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इस पोस्ट में यह भी जानेंगे की Prepaid Smart Meter Yojana क्या है? इस पोस्ट में रिचार्ज करने का तरीका , प्रीपेड मीटर के फायदे और नुकसान, बिजली का यूनिट महंगे है या सस्ते , इन सभी सवालों का जबाब वेबसाइटहिंदी.कॉम के पोस्ट में बढ़ सकते है |

Smart Prepaid Meter क्या है?

General Meter की तरह लगने वाले “Smart Prepaid Meter” में सबसे पहले रिचार्ज करना होता है | CA नंबर पर रिचार्ज करने के बाद बिजली के खपत के अनुसार मीटर में रिचार्ज किए गए बैलेंस कम होता है | प्रीपेड मीटर में कस्टमर जितने रुपये का रिचार्ज करते है उतना ही पैसे का आटोमेटिक बिजली यूज करने के लिए मिलता है |

यह एक प्रकार का प्रीपेड मीटर होता है | यानि की आप जितने रुपये का रिचार्ज करेंगे उतना ही रुपये का बिजली यूज करने के लिए मिलेगा | यदि आपके मीटर से पैसे समाप्त हो जाता है तो आपके घर का बिजली सप्लाई रुक जायेगा | इसके अलावा आपके मोबाइल पर बिजली से संबंधित सभी डिटेल्स आपके स्मार्टफोन के “Bihar Bijali Smart Meter” ऐप से रीड किया जा सकता है |

गर्मी – ठंडी के अनुसार आपको यह पता चल जायेगा की किस सीजन में बिजली की खपत ज्यादा होता है | जैसा की आपको पता होगा गर्मी के दिनों में कूलर और एयर कंडीशनर जैसे इलेक्ट्रॉनिक्स डिवाइस का उपय्पोग ज्यादा होता है | वहीं ठंडी के मौसम में ज्यादा ठंडी पड़ने पर रूम हीटर का उपयोग ज्यादा होता है | ऐसे में स्मार्ट मीटर से तुलना करना आसान हो जायेगा |

Smart Prepaid Meter और General Meter में अंतर क्या है?

 

प्रीपेड स्मार्ट मीटरजेनेरल मीटर
प्रीपेड मीटर में जेनेरल मीटर की तरह ही यूनिट चार्ज , पेनाल्टी देना होता है | बिजली यूनिट में रेट में कीसी भी प्रकार के कमी देखने को नहीं मिलता है |जेनेरल मीटर में भी प्रीपेड स्मार्ट मीटर की तरह यूनिट का रेट एक सामान ही होता है |
प्रीपेड स्मार्ट मीटर में बिजली यूज कारने के लिए सबसे पहले स्मार्ट मीटर को रिचार्ज करना होता है |General मीटर में बिजली यूज करने के बाद आपके मीटर देखकर बिल जारी किया जाता है | यानि की महीने या दो महीने के बाद General Meter का इलेक्ट्रिसिटी बिल भरना होता है |
स्मार्ट मीटर में रिचार्ज ख़त्म होने के बाद आपके घर का बिजली कट जायेगा |जेनेरल मीटर का बिल एक या दो महीने तक नही भरने पर भी आपके घर में बिजली मौजूद रहेगा | यानि की आप बिजली यूज कर सकते है |
स्मार्ट मीटर के लिए न्यू कनेक्शन लेने पर किसी भी प्रकार के सिक्यूरिटी Money डिपाजिट नही करना होता है |जेनेरल मीटर लगाते समय सिक्यूरिटी के रूप में कुछ रुपये भुगतान करना होता है | उदाहरण के लिए 1 किलोवाट पर 800 रुपये |
प्रीपेड मीटर लगाने के बाद आपके घर में लाइट कट जाये तो किसी भी प्रकार के Reconnection चार्ज देना नहीं होता है | स्मार्ट मीटर द्वारा घर में बिजली यूज करने के लिए सिर्फ मीटर को रिचार्ज करना होता है |जिस घर में सामान्य मीटर लगा हो और बिजली बिल जमा नहीं करें तो आपके घर का कनेक्शन कट जाता है जिसके बाद फिर से चालू कराने के लिए बिजली बिल के साथ Reconnection Charge अलग से भुगतान करना होता है
स्मार्ट मीटर में बिजली बिल आटोमेटिक जारी हो जाता है | इस तरह के मीटर में गलती होने का चांस बहुत कम होता है |सामान्य मीटर में महीने का बिल मैन्युअल चेक करना होता है | यदि बिल लिखने में एक अंक का गड़बड़ी हो जाये तो आपको कम या ज्यादा बिल चुकाना पड़ सकता है |
हर रोज जितने बिजली आपके घर में खपत होती है उसका डिटेल्स स्मार्ट मीटर में देख सकते है | इससे आपको यह पता लगता है की बिजली कितना खर्च हो रही है |जेनेरल मीटर में हर रोज केवल मीटर देखा जा सकता है लेकिन यह सभी के लिए संभव नही है |
यदि आपके घर, ऑफिस में बिजली की खपत ज्यादा है तो लोड बढ़ाने के लिए एक्स्ट्रा पैसे नही देना होता है | इस स्थिति में केवल एप्लीकेशन देकर चार्ज बढ़ा सकते है |सामान्य मीटर में लोड बढ़ाने के लिए सरकारी कर्मचारी को कुछ चार्ज देना होता है |
बिजली बिल बनाने के लिए Smart Prepaid Meter का करेक्शन सही होना चाहिए | अगर आपके स्मार्ट मीटर का नेटवर्क सही है तो सभी डाटा सर्वर तक पहुँचता है | यही वजह है की आप अपने स्मार्टफोन पर भी सभी विवरण देख सकते है |सामान्य मीटर में किसी भी प्रकार के Server की जरुरत नहीं होती है |

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Prepaid Smart Meter से नुकसान

प्रीपेड स्मार्ट मीटर से बहुत सारे फायदे है तो कुछ नुकसान का भी सामना करना पड़ सकता है | जैसा की आप जानते है दुनियां में हर व्यक्ति एक सामान नही है | कोई अमीर है तो कोई गरीब | जिस घर में आमदनी कम है या वह परिवार Poor है उस घर में स्मार्ट मीटर लगना और रिचार्ज करना मुस्किल होगा | उनका घर अंधरे में हो सकता है |

Prepaid Smart Meter कैसे काम करता है?

 

स्मार्ट प्रीपेड मीटर में एक ऐसा डिवाइस लगा होता है जिसके माध्यम से बिजली यूज होने की जानकारी मोबाइल टावर के माध्यम से बिजली कंपनियां में लगे रिसीवर तक पहुँचता है | इससे पता चलता है की आपके मीटर में कितने यूनिट खर्च हो रहें है | इस मीटर से एक एंड्राइड एप कनेक्ट होता है जिसमें आप Login करते है तो आपको सभी जानकारी मोबाइल एप के माध्यम से मिलता है |

निष्कर्ष (Conclusion)

इस आर्टिकल में स्मार्ट प्रीपेड मीटर और सामान्य प्रीपेड मीटर के बारे में जानकारियां शेयर किया गया है | इस पोस्ट में यह भी बताया गया है की प्रीपेड मीटर और जेनेरल मीटर में अंतर क्या है | इससे संबंधित जानकारी @वेबसाइटहिंदी Youtube चैनल पर भी प्राप्त कर सकते है |

Abhishek Kumar
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