Last updated on October 1st, 2022 at 12:00 pm
Cooperative Society क्या है ? – How To Register A Cooperative Society
आजकल प्रत्येक शहर या कस्बे में सहकारी समिति (Cooperative Society In Hindi) का गठन करके कमजोर वर्ग से उच्च वर्ग के लोग फायदा उठा रहें है |
यह कोई सरकारी संघठन नहीं है बल्कि सरकारी संस्था से कही ज्यादा अच्छा होता है क्यूंकि सहकारी समितियां बनाने के बाद हर मुस्किल घडी में जुड़ने वाला व्यक्ति जरुरत के अनुसार बिना ब्याज (सिमित ब्याज) पर ऋण ले सकता है |
कोआपरेटिव सोसाइटी क्या है ? – What Is Cooperative Society In Hindi
कोआपरेटिव सोसाइटी एक ऐसी संस्था है जिसमें 10 से अधिक सदस्य मिलकर जुड़े हुए सभी सदस्यों को सहायता करने के लिए काम करती है | Cooperative Society को हिंदी में सहकारी समिति कहते है जिसका अर्थ साथ मिलकर काम करना होता है | इस प्रकार के समितियाँ में दस से अधिक मेम्बर यानि की आप जितना चाहो उतना सदस्य (Member) बना सकते हो |
सहकारी समितियाँ को किसी भी वर्ग द्वारा बनाया जा सकता है लेकिन उन लोगों के लिए ज्यादा मददगार है जो आर्थिक रूप से कमजोर हो | क्यूंकि इस प्रकार के संस्था में एक रुपये से अधिकतम राशी जमा किया जाता है जिससे जरुरत मंद सदस्यों को जरुरत पड़ने पर रकम का लाभ मिल जाये |
सहकारी समितियों की विशेषताएं – Features Of Cooperative Societies
सहकारी समितियां एक प्रकार का स्वैच्छिक संगठन (Voluntary Organization) होती है जिसका अर्थ “स्वेच्छापूर्ण” होता है | इस प्रकार के संगठन में लोग अपने इच्छा से आते है |
यहाँ पर कोई सरकारी कानून नहीं होता है इसमें जितने सदद्य रहते है वो सभी के लिए एक अलग से नियम बनाया जाता है | इसमें एक अलग कानूनी पहचान के लिए पंजीकरण कराया जाता हैं |
इस प्रकार के संगठन में किसी भी धर्म / जाति के व्यक्ति को सदस्य बनने का मौका मिलता है |
सहकारी समिति जैसे संगठन में किसी भी प्रकार के ब्याज नहीं देना पड़ता है | यहाँ से जरुरत मंद सदस्य ऋण मुक्त रकम लेकर काम कर सकता है |
सहकारी समितियों के प्रकार – Types Of Cooperatives
सहकारी समितियों का प्रकार दिए जाने वाला सेवाओं के आधार पर निर्धारित किया जाता है जो निम्नलिखित है |
उपभोक्ता सहकारी समितियाँ – Consumer Cooperatives :- इस प्रकार के समितियां कम मूल्यों पर उपभोक्ताओं सदस्यों के लिए वस्तुएं उपलब्ध करवाती है |
उत्पादक सहकारी समितियाँ – Producer Cooperatives :- यह वह सदस्य के लिए लाभकारी है जो सदस्य वास्तु निर्माण के लिए कच्चा माल (मशीने) खरीदना चाहते हो |
सहकारी वितीय समितियाँ – Co-Operative Financial Societies :- इस प्रकार के समितियां अपने सदस्यों को वित्तीय सहायता उपलब्ध करवाती है | इस प्रकार के समिति में सभी सदस्यों के द्वारा रकम एक जगह इकट्ठा करके आवश्यकता पड़ने पर रूपये से मदद करती है |
सहकारी विपणन समितियाँ- Co-Operative Marketing Societies :- ये समितियां माल उत्पादन (निर्माण) करने वाले सदस्यों से वस्तुएं लेकर बाजार में बेचने का काम करती है |
सहकारी सामूहिक आवास समितियाँ – Co-Operative Collective Housing Societies :- ये समितियां अपने सदस्यों के लिए रहने का घर उपलब्ध करवाती है |
Cooperative Society का गठन कैसे करें ?
कोआपरेटिव सोसाइटी का गठन करने के लिए सबसे पहले कम से कम दस व्यक्ति का लिस्ट बनाना होगा जो इक्छुक हो | अब सदस्य मिलकर सोसाइटी रजिस्ट्रेशन ऑथोरिटी कार्यालय में जाकर “Cooperative Society” पंजकरण करने के लिए आवेदन करते है | इसके बाद समिति बनाने के लिए इजाजत मिलता है तब सोसाइटी के नाम से एक बैंक अकाउंट खोलकर जमा रकम सुरक्षित कर सकतें है |
इस लेख में Co-Operative Society क्या है ? (How To Register A Cooperative Society) के बारे में पूर्ण विवरण दिया गया है | लेख से संबंधित सुझाव या बदलाव करने के लिए कमेंट कर सकते है |
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