बच्चों को शहद कैसे खिलाएं? यह सवाल कितना सही और कितना गलत है वेबसाइटहिंदी के पोस्ट पढने के बाद ही पता चलेगा | इस पोस्ट में जानेंगे की बच्चों के लिए शहद किस तरह फायदेमंद है? Benefits Of Honey For Baby In Hindi.
ऐसे तो शहत बच्चा से जवान तक लोग शौक से खाते है | लेकिन कहीं-कहीं छोटे बच्चे को शहद चटाया जाता है | कुछ लोगो का यह भी सवाल होता है की क्या छोटे बच्चे को शहद खिलने से फायदा होगा या नुकसान | क्या Baby Chusni से मधु चाटना सही होता है? जानने के लिए पूरा पोस्ट पढ़ें |
शहद में विटामिन और खनिज भरपूर मात्रा में भरा होता है | यह भी देखा गया है की शहद नवजात बच्चे से लेकर व्यस्क लोगो को भी पसंद होता है |
जैसा की आप जानते है नवजात बच्चों की इम्युनिटी बड़ों की तुलना में कमजोर होती है | बच्चे को कोई भी खाने-पिने की चीज सोंच समझकर ही देना चाहिए | क्लोस्ट्रीडियम बोटुलिनम नामक बैक्टीरिया का बीजाणु शहद में पाया जाता है | अगर इसे 1 साल के कम उम्र के बच्चे को चटाया जाये तो उनका भोजन विषाक्तता हो सकता है | जिसके बाद उनके दूध के दांत भी प्रभावित हो सकते है | (इसे भी पढ़ें जानिए हीमोग्लोबिन बढ़ाने के घरेलु तरीके)
एक वर्ष से अधिक उम्र को देने से कोई नुकसान इसलिए नहीं होता है क्यूंकि उनका इम्युनिटी मजबूत होता है | अब आप समझ साये होंगे की Bachcho Ko Shahad कब खिलाना चाहिए | (इसे भी पढ़ें स्तनपान कराने वाली माताओं के लिए आहार किस तरह का लेना चाहिए?)
यह आपको पहले ही बताया गया है की एक वर्ष के कम उम्र के बच्चो को भूलकर भी शहद नहीं देना चाहिए | क्यूंकि इंफैंट बोटुलिज्म की समस्या से छुटकारा पाने के लिए इम्युनिटी प्रयाप्त नहीं होती है |
अगर आपके नवजात शिशु का आयु एक वर्ष से अधिक हो रही है तो धीरे- धीरे शहद चटाया जा सकता है | इसके बाद बच्चे का पाचनतंत्र पहले स्ट्रोंग हो जाता है | इसीलिए 1 वर्ष (One Year) से ज्यादा उम्र के बच्चे को शहद दे सकतें है | (इसे भी पढ़ें छोटी चेचक से छुटकारा (चिकन पॉक्स का इलाज) कारण और लक्षण हिंदी में !)
इंफैंट बोटुलिज्म क्या होता है?
क्लोस्ट्रीडियम बोटुलिनम नाम की बैक्टीरिया मिट्टी और खानेवाला पदार्थ शहद में पायाजाता है | जिसके वजह से इंफैंट बोटुलिज्म नामक समस्या होती है | इसका प्रभाव 1 साल के उम्र के बच्चो में देखा गया है | (इसे भी पढ़ें Periods Me Chakkar क्यों आते है? पीरियड्स में सिर चकराने पर क्या करे?)
इस समस्या के खास लक्षण हिंदी में
- नवजात शिशु सुस्त रहता है |
- शरीर में दर्द / थकान
- कमजोरी महसूस करना |
- खाने-पिने में परेशानी उठाना |
- सांस लेने में दिक्कत
शहद का इस्तेमाल करने से पहले निम्नलिखित बातों पर रखे ध्यान
कभी भी बच्चे को शहद दें तो शहद देने से पहले सावधानी को जरुर याद करें | (इसे भी पढ़ें कंप्यूटर विंडोज इनस्टॉल कैसे करें?)
- बच्चे को शहद थोडा-थोडा करके चटाए | एक बार में हाफ चम्मच से भी कम शहद देना चाहिए |
- जो शहद आप दे रहें है उसमें गन्दगी तो नहीं है | हमेशा शुद्ध शहद देना चाहिए |
- हमेशा शहद को डिब्बे में बंद करके रखें | खुले में रखने से दूषित हो सकता है |
- अगर आप मार्किट से शहद खरीद रहें है तो एक्सपायरी डेट देखना न भूलें |
- किसी भी शहद का पैकेट खुलने के 2 से 3 महीने तक ही यूज करना चाहिए |
बच्चे को शहद खिलने के फायदे |
एक वर्ष (12 महीने) से अधिक उम्र के बच्चे को शहद खिलाना फायदेमंद होता है | (इसे भी पढ़ें Login Vs Sign In में क्या अंतर हैं ?)
सर्दी-खांसी से छुटकारा: बच्चे को सर्दी – खांसी या गले में खराश होने के पहले शहद खिलाने से फायदा मिलता है | बाजार के दवाइयाँ उपयोग न करके घरेलु नुस्खे शहद चटाए |
विटामिन और मिनरल्स: अगर आप बच्चे को चीनी खिलाती है तो चीनी से दूर रहकर शहद का उपयोग करें | क्यूंकि शहद में एमिनो एसिड, मिनरल्स, एन्जाइम्स, एंटीऑक्सिडेंट्स, विटामिन सी , विटामिन बी पर्याप्त मात्रा में मिलता है | (इसे भी पढ़ें नंबर प्लेट से गाड़ी के मालिक का डिटेल्स जानिए मात्र दो मिनट में !)
चोट और घाव: जैसा की आप जानते है एंटीबैक्टीरियल और एंटीसेप्टिक जैसा गुण शहद में पाया जाता है | अगर बच्चे को थोडा बहुत खरोच या चोट लग जाये तो शहद लगा दें | घाव सूखने में मदद मिलेगा |
शहद का उपयोग लिवर में: बच्चों को शहद खिलने से लिवर की कई प्रकार की बीमारियाँ ठीक होती है | अगर आपका बच्चा बीमार है तो शहद जरुर खिलाएं |
एसिडिटी में लाभ: एसिडिटी हर किसी को होता है | अगर आपके बच्चे इससे परेशान रहते है तो थोडा-थोडा शहद चटाए | (इसे भी पढ़ें भारतीय स्टेट बैंक क्रेडिट कार्ड के बारे में फुल जानकारी |)
बच्चे को शहद कैसे खिलाए?
डाइट में शहद का इस्तेमाल अनेक तरीका से कर सकते है |
बच्चे के दूध में चीनी की जगह शहद का यूज करें | |
मक्खन और टोस्ट पर जैम की जगह शहद लगाकर खिला सकतें है | |
दही में शहद मिलकर खिलाये | |
तुलसी के पत्तियों में पानी मिलकर उबले | इसको काढ़ा की तरह तैयार करना है | अब आप आवश्यकता अनुसार शहद मिलकर सर्दी-खांसी में दे सकते है | |
स्मूदी में शहद मिलकर इस्तेमाल करें | |
ओटमील में शहद मिलकर बच्चे को दे सकतें है | (इसे भी पढ़ें Youtube Video Promoter App क्या है? यूटूब विडियो पर Views कैसे बढ़ाये |) |
क्या बच्चे को शहद से एलर्जी हो सकती है ?
शहद में एलर्जीनिक खाद्य पदार्थ होने के कारण किसी बच्चे में एलर्जी हो सकती है | अगर आप पहली बार मधु देना चाहते है तो डॉक्टर से सलाह ले सकते है |
निष्कर्ष
इस लेख में बच्चे को शहद कैसे खिलाए? (Benefits Of Honey For Baby In Hindi) के बारे में सरल उपाय और घरेलु नुस्खे बताया गया है | अगर आपका बच्चा एक वर्ष से अधिक हो गया है तो थोडा-थोडा शहद खिला सकते है | इस पोस्ट में Shahad Ke Fayde भी बताया गया है |