भारतीय अन्तरिक्ष अनुसंधान संगठन (Indian Space Research Organisation) ने चंद्रयान 2 को विकसित किया है | ISRO द्वारा chandrayaan-2 निर्मित करने के बाद भारतीय समय अनुसार भारत ने 02:43 अपराह्न 22 जुलाई 2019 को प्रक्षेपित किया |
जैसा की आप जानते है इसके पहले रूस , अमेरिका और चीन चाँद पर जा लगा चूका है | सबसे बड़ी गर्व की बात यह है की विश्व में भारत का चाँद पर रिसर्च करना चौथा स्थान होगा | जिसने बहुत कम समय में चंद्रयान 2 भेजकर एक इतिहास रच दिया |
चंद्रयान 2 क्या है ?
द्वितीय चंद्रयान इसरो वैज्ञानिक द्वारा निर्मित किया गया दूसरा चन्द्र अन्वेषण अभियान है | इसके द्वारा भारत को चाँद पर उतरने का पहली कोशिश भी है |
वैज्ञानिक का कहना है की अनेक खनिज तत्वों को खोज करने के साथ- साथ पानी का भी पता लगाने में यह chandrayaan-2 कामयाब होगा हलांकि इसके पहले चंद्रयान-1 2008 में लंच किया गया था |
Chandrayaan-2 के बारे में पूर्ण जानकारी
Chandrayaan-2 को बनाने में लगत 14.1 करोड़ डॉलर है | इसके बाद भारत 2022 में चाँद पर किसी अन्तरिक्ष यात्री को भेजने पर काम कर रहा है | उमीद है की यह योजना भी भारत को सफलता दिलाएगी |
सितम्बर के पहली सप्ताह में चंद्रयान का लैंडिंग 70° दक्षिण के अक्षांश पर उतरने का प्रयास करेगा | यह सोचने वाली बात है की आखिर चंद्रयान चाँद के दक्षिणी ध्रुव पर ही क्यूँ उतरेगा | जान लीजिये की वैज्ञानिक के अनुसार दक्षिणी ध्रुव पर अँधेरा पाया गया है | इस जगह अँधेरा होने के कारण बहुत ज्यादा ठंड रहती है | इससे उमीद है की दक्षिण के अक्षांश में कुछ न कुछ नए जानकारी मिल सकता है |
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