Sources of Ancient Indian History
Prachin Bhartiya itihas ke srot: अगर आप विभिन्न परीक्षाओं में बैठना चाहते है तो आपको इतिहास से जुडी हर घटनाओं को देखना होगा, जिनमें से “प्राचीन भारतीय इतिहास के स्रोत” सबसे महत्वपूर्ण है |
यदि आप सही में प्राचीन काल के इतिहास से संबंधित मुख्य प्रश्नों को पढ़ लेते है तो आपको किसी भी प्रकार के समस्याएं नहीं होगी | अब आप इन प्रश्नों को पढ़कर अपना मार्गदर्शन खुद कर सकते है |

Prachin Bhartiya itihas ke srot- Overviews
Article Name | Prachin Bhartiya itihas ke srot |
Type Of Article | Knowledge |
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Sources of Ancient Indian History प्राचीन भारतीय इतिहास के स्रोत
(1.) प्राचीन भारत के इतिहार जानने के लिए सबसे मुख्य स्रोत क्या है?
उत्तर: पुरातात्विक स्रोत
(2.) विश्व के सबसे प्राचीन अभिलेख कहां से प्राप्त हुए है नाम बताएं?
उत्तर: बोगाज – कोई (एशिया माईनर)
(3.) किस पर सिन्धु घाटी सभ्यता की अभिलेख लिखे गए थे?
उत्तर: मिट्टी के बर्तनों और मुहरो पर
(4.) सबसे पहले मौर्य काल के अभिलेख को किसने पढ़ा?
उत्तर: जेम्स प्रिंसेप (1837)
(5.) भारत में आहत सिक्के का प्रचलत कब से शुरू हुआ था?
उत्तर: छठी शताब्दी से शुरू हुआ
(6.) सबसे प्रमाणिक स्रोत कौन है जो पुरातात्विक स्रोत के अंतर्गत हो?
उत्तर: अभिलेख
(7.) प्राचीनतम सिक्को को क्या कहा जाता है?
उत्तर: आहत सिक्के
(8.) सबसे प्राचीन अभिलेख, भारत में कहां से प्राप्त हुए हैऊ?
उत्तर: सिन्धु घाटी सभ्यता से
(9.) सर्व प्रथम सिक्को पर लेख लिखने का कार्य किसने किया?
उत्तर: यवन शासकों
(10.) सोने के सिक्को को भारत में सबसे पहले किसके द्वारा जारी हुई?
उत्तर: हिन्द – यूनानी
(11.) अभिलेख के कितने प्रकार है?
उत्तर: दो
(12.) अभिलेख के दो प्रकारो का नाम बताएं?
उत्तर: सरकारी अभिलेख और निजी अभिलेख
(13.) एशिया माईनर के अभिलेख कब लिखे गए थे?
उत्तर: 1400 ई.पू.
(14.) संस्कृत भाषा का प्रयोग, भारत के किस अभिलेख पर पहली बार हुआ?
उत्तर: जुनागढ़ अभिलेख पर
(15.) किन किन भारतीय देवताओं के नाम, एशिया माईनर के अभिलेख में मिलते है?
उत्तर: वरुण, मित्र, इंद्रा और नासत्य