गणतन्त्र दिवस भारत का सबसे महत्वपूर्ण राष्टीय पर्व है | यह पर्व प्रत्येक वर्ष २६ जनवरी को मनाया जाता है | इस दिन झंडे को सलामी दिया जाता है | यह पर्व हर भारतीयों को दिल में एक जूनून सा बनकर बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है | हमारे राष्ट ध्वज भारतीय राष्ट्रपति के द्वारा फहराया जाता है | यह पर्व पुरे हिंदुस्तान में बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है | साथ- साथ भारत के राष्ट्रगान गया जाता है | इस पर्व के दिन भारत के दिल्ल्ली में और धूमधाम से मनाया जाता है |
परेड के साथ राष्ट्रपति भवन से लेकर इंडिया get तक सजाया व परेड , में राष्ट्रीय धुन गूंजता रहता है | चारो और फूल ही फूल दिखाई देता है | शहीद सैनिको की स्मृति में २ मिनुत के मौन रखकर सलामी दी जाती है | इस पर्व के दिन मन तन धन सभी सबके दिल में भर जाता है | चारो तरफ खुशिया ही खुशिया दिखाई देती है | हमारे देश के प्रधानमंत्री अन्य सभी व्यक्तियों के साथ राजपथ मार्ग तक आते है | इसके साथ – साथ हमारे देश के राष्ट्रपति भी राजपथ में आना नही भूलते है |
सांस्कृतिक कार्यक्रम
२६ जनवरी को भारत में गौरवमय माँ दिन होता है | इस दिन लोग खूब मिठैया खाते और खिलाते है | विभिन्न स्थानों में सांस्क्रतिक कार्यक्रम , राष्ट्रगान , नाचगान सामूहिक रूप से मनाया जाता है | यह सभी कार्यकर्म अख़बार , टेलीविजन पर पुरे भारत देश में दिखाया जाता है | लोग इसको देखकर बहुत रोमांस जैसा आनंद महसूस करते है | इसी दिन राष्ट्रपति द्वारा भाषण को सुनने के लिए करोड़ो लोग तत्पर रहते है | यह पर्व हमारे दिल को छू जानेवाला पर्व है | कही कही हमारे देश के अन्य राज्यों में कई प्रकार के प्रदर्शनी दिखाई जाती है | लोग उत्साह से रंग – मंच बनाकर नाच गाने , रंग रंग कार्यकर्म , नाटकीय रूप से किया जाता है | २६ जनवरी हर वर्ष राष्ट्रिय पर्व के रूप में मनाया जाता है | और हर तरफ फूलो से सजाया जाता है | इसी दिन २१ तोपों की सलामी दी जाती है | इस कार्यक्रम में सभी सेना के जवान भाग लेते है |
इतिहास
२६ जनवरी १९४९ को भारतीय संविधान सभा द्वारा इस संविधान को अपनाया गया और 26 जनवरी 1950 को इसे एक लोकतांत्रिक सरकार प्रणाली के साथ लागू किया गया था। यही नही २६ जनवरी को इस लिए choose किया गया था | क्यूंकि इसी दिन १३३० में भारतीय राष्टीय कांग्रेश ने भारत को पूर्ण स्वराज घोषित किया था |१९४७ में स्वतंत्रता प्राप्त होने तक २६ जनवरी स्वतंत्रता दिवस के रूप में मनाया जाता रहा। २६ जनवरी का महत्व बनाए रखने के लिए विधान निमात्री सभा द्वारा स्वीकृत संविधान में भारत के गणतंत्र स्वरूप को मान्यता प्रदान किया गया | इसके लिए कई जवानों ने जन को गवां दिए | तब जाकर हमारा देश गणतन्त्र देश बना | हमे चाहिए की २६ जनवरी को कभी न भूले और देश में तिरंगा को लहराते रहे | आगे भी हमारे नन्हे जवानों को बताये की किश तरह से हमारा देश आजाद हुआ था | इसी तरह उनके भी दिल और मन में भारत के प्रति लगाव बना रहे |
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