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Deled course 507 Assignment 2 Question 1 with Answer – नेतृत्व क्या हैं ? एक शिक्षक के लिए यह महत्वपूर्ण क्यों हैं ? नेतृत्व की शैलियाँ कौन सी हैं ? अपने शिक्षार्थियों के उपयुक्त विकास हेतु आप कौन – सी नेतृत्व शैली अपनाएंगे और क्यों ?
इस पोस्ट में Deled course 507 Assignment 2 के पहले प्रश्न का उत्तर लेकर आया हूँ जिसे आप असाइनमेंट कॉपी में सकतें हैं | इस उत्तर को मै स्वयं के ज्ञान और nios पीडीऍफ़ के अनुसार लिखा हूँ | अगर आपको कही गलतियाँ दिखे तो सुधार या बदलाव कर सकतें हैं |
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Deled course 507 Assignment 2 Question 1 with Answer
Deled course 507 Assignment 2 के पहले प्रश्न का उत्तर |
Q. 1) नेतृत्व क्या हैं ? एक शिक्षक के लिए यह महत्वपूर्ण क्यों हैं ? नेतृत्व की शैलियाँ कौन सी हैं ? अपने शिक्षार्थियों के उपयुक्त विकास हेतु आप कौन – सी नेतृत्व शैली अपनाएंगे और क्यों ?
उत्तर :- नेतृत्वा की परिभाषा अलग – अलग व्यक्ति द्वारा दी गयी हैं | जो इस प्रकार हैं |
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वारेन बेंनिस (१९७५) के अनुसार :- नेतृत्व स्वयं का जानने का एक कार्य हैं जिसमे एक दृष्टि है जो अच्छी तरह संप्रेषित , सह्जोगियों में विकास बनाने वाली तथा प्रभावी एक्सन लेने में अपने नेतृत्व क्षमता को स्वीकार करता हैं |
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एलन कीथ (२००९) कहते हैं की “नेतृत्व अंतत लोगो के लिए कुछ विलक्षण होने में योगदान करने का एक तरीका सृजित करने के बारे में हैं |
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ken ogbonnia (२०११) के अनुसार :- प्रभावी नेतृत्व संगठनात्मक या सामाजिक लक्ष्यों के प्राप्ति के लिए आंतरिक एवं व्रह्वा वातावरण के अंतर्गत उपलबद्ध संसाधनों को सफलता पूर्वक एकीकृत करने एवं उच्चतम सीमा तक बढ़ाने की योग्यता हैं |
नेतृत्व शिक्षक के लिए भी महत्वपूर्ण हैं |
यह शिक्षक के लिए यह काफी महत्वपूर्ण हैं | किसी विद्यालय व्यवस्था में प्रबंधकीय एवं नेतृत्व कार्य सहभागी हैं | जबकि एक कार्य दुसरे से विभेदीकरण का व्यवहारिक तरीका उन्हें सामान्य कार्यकारी सततता दो छोरो के रूप में अनिवार्य रूप से देखता हैं | वे प्रशंसात्मक क्रियाओं में अनिवार्य एवं स्वाभाविक रूप से रहते हैं | नेतृत्व विषमता में प्रधानाचार्य के कार्य के अंत वैयकितक पहलुओ से अधिक संबद्ध हैं और इन वैक्कितक पहलुओ को शिक्षक नेता की भूमिका को बढ़ाना अपेक्षित हैं | युनकी यह विद्यालय समुदाय वातावरण में विशेष रूप से संतुलन बनाए रखता हैं | जब यह एक क प्रबंध के रूप में यह योजना करने , संघटन करने और नियंत्रण करने का कार्य करता हैं |
नेतृत्व की शैलियाँ :-
नेतृत्व की शैलिय मुख्यत चार प्रकार की होती हैं | जो निम्नलिखित हैं |
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निरंकुश शैली :- निर्णय – निर्माण की सभी शक्तियां नेता में केन्द्रित हैं जैसे तानाशाहों में होती हैं | नेता अधिनस्थो के सुझाव या पहलों को नहीं मानता हैं | यह यह निरंकुश नेतृत्व शैली का अर्थ हैं |
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अहसत्क्षेप वाला नेतृत्व शैली :- एक हस्तक्षेप वाला नेतृत्व , नेता कर्मचारियों को उनके निर्णय करने की अनुमति देता हैं | नेता प्राय अपने को कागजी कार्यो में व्यस्त रहता हैं | ताकि वह समूह के सदस्यों से दूर रहे | नेता अपने कार्य का बड़ा भाग विद्यार्थियों एवं कर्मचारियों को विद्यालय में अशांति पैदा करने में दूर करने से मानता हैं |
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सुस्त नेतृत्व शैली :- सुस्त नेतृत्व का अर्थ हैं यह खुला एवं असंरचित हैं | इसका प्रविधियो , नियमो , कानूनों और प्रनालिओं के लिए बहुत थोडा उपयोग हैं | इससे जुदा दर्शन यह है की विद्यालय और समुदाय में संबंध कार्य बिना एक संरचना के हो जायेंगे |
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प्रजातान्त्रिक नेतृत्व शैली :- इसमे विद्यार्थी , शिक्षक , सहयोगी एवं समुदाय के सदस्य समुदाय में सभी तक प्रारंभिक शिक्षा को पहुचने में मेरे प्रयासों में सार्थक सहयोगी हैं |
Sir 508or509 assignments questions answered baje do
Sir 508or509 answer baje do
sir 506 ka answer de plz
NIOS DELED HINDI ASSIGNMENT ALL QUESTION WITH ANSWER