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DELED COURSE 507 ASSIGNMENT ANSWER HINDI – शिक्षा और समाजीकरण किस प्रकार अन्तर्सबंधित हैं ? व्याख्या कीजिए | शिक्षार्थियों के जीवन कौशलों के विकास में समुदाय का क्या – क्या प्रभाव होता हैं ? चर्चा कीजिए |
इस पोस्ट में Deled course 507 Assignment एक के पहले प्रश्न का उत्तर लेकर आया हूँ जिसे आप असाइनमेंट कॉपी में लिख सकते हैं | इस प्रश्न के उत्तर स्वयं के ज्ञान व d.el.ed पीडीऍफ़ के द्वारा लिखा हूँ | अगर कोई गलतियाँ दिखें तो सुधार व बदलाव कर सकते हैं |
असाइनमेंट 506 2 के पहले प्रश्न का उत्तर
Deled course 507 Assignment 1 Queation 1 With Answer
DELED COURSE 507 ASSIGNMENT ANSWER HINDI
Q. 1) शिक्षा और समाजीकरण किस प्रकार अन्तर्सबंधित हैं ? व्याख्या कीजिए | शिक्षार्थियों के जीवन कौशलों के विकास में समुदाय का क्या – क्या प्रभाव होता हैं ? चर्चा कीजिए |
उत्तर :- शिक्षा को सामान्यत समाज के आधारशिला के रूप में देखा जाता हैं जो आर्थिक वैभव सामाजिक समृधि एवं राजनितिक स्थिरता लाता हैं | यह किसी भी आधुनिक समाज के विकास का एक मुख्य पहलु हैं तथा क्षेत्र के समग्र विकास का सर्वाधिक सार्थक सूचक हैं | समाज एवं सांस्कृतिक के संरक्षण में शिक्षा के भूमिका पर बल देते हैं | विशेष रूप से जटिल समाजो में यह बहुत महत्वपूर्ण हैं जहाँ परिवार एवं अन्य प्राथमिक समूह युवा को वयस्कता के लिए तैयार करने के लिए पूरी तरह से सुसज्जित नहीं हैं | जो की वृहत समाजों के लिए अपेक्षित हैं |
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जोहन देवाय ने इस विषय पर व्यापक रूप से लिखा हैं | और उनके दो योगदान जहाँ बहुत उपयुक्त हैं | विद्यालय और समाज , प्रजातंत्र और शिक्षा वे तर्क प्रस्तुत करते हैं कि विद्यालय एक लघुचित्र हैं और समाज का परिवर्तन थोडा वैकितक | विद्यालय और विद्यालय प्रक्रिया का अंतिम उद्देश्य सामाजिक प्रगति और प्रजातंत्र का विस्तार की वृद्धि का पोषण करना हैं |
शिक्षा सभी लोगो से संबद्ध हैं और सभी समाजों के आधारभूत सामाजिक जरुरत के रूप में मानी जाती हैं | जो निम्नलिखित हैं |
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संस्कृति का संचरण :- प्रत्येक समुदायों के बिच एक अपनी संपदा होती हैं | जो वो अपनी पीढ़ी के लिए संरक्षित एवं संप्रेषित करते हैं | समाज के नए सदस्यों को परम्परा , संस्कृति , कौशल और ज्ञान को संप्रेषित करने में शिक्षा के सबसे महत्वपूर्ण भूमिका हैं | इस प्रकार समाज एवं शिक्षा के बिच सामान्य जुड़ाव हैं |
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सामाजिक गतिशीलता और सामाजिक परिवर्तन :- सामाजिक गतिशीलता किसी समाज के सामाजिक श्रेणीकरण में वैयकित्क या समूह स्थिति की गति संचालन का उल्लेख करता हैं | सामाजिक गतिशीलता के दो महत्वपूर्ण कारक हैं |
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नवीन ज्ञान का विकास :- शिक्षा जीवन में सफलता प्राप्त करने के लिए ज्ञान अर्जित करने का तरीका हैं | शिक्षा के माध्यम से हम नवीन ज्ञान को अर्जित करते हैं | या हमारी नयी जरूरतों को पूर्ण करने के लिए विधमान ज्ञान में नया जोड़ते हैं |
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वैयकित्क विकास :- जीवन में एक व्यक्ति के सफलता के लिए शिक्षा बहुत महत्वपूर्ण हैं | उच्चतम शिक्षा एक स्वास्थ्य समाज बनाए रखने में सहायता करती हैं | यदि समाज में शिक्षित लोगो की कमी है तो समाज अपनी आगे की प्रगति रिक देता हैं |
शिक्षार्थियों के जीवन कौशलों के विकास में समुदाय प्रभाव
मौखिक भाषा का विकास बच्चे की सबसे प्राकृतिक और प्रभावी उपलब्धि हैं | लगभग सभी बच्चे अपनी प्रारंभिक आयु में प्रयोग और समय के साथ बिना औपचारिक निर्देश के अपनी भाषा के नियमो को सीखते हैं | वातावरण अपने आप में ही एक सार्थक करक हैं | बच्चे भाषा के एक विशिष्ट प्रकार को सीखते है | जन्मजात बच्चे तुरंत नहीं बोलते किन्तु सामाजिक रूप से अंत क्रिया भी करते हैं | भाष आधिगम और सामाजिक अंत: क्रिया करना यह प्रधान नियम नहीं हैं |
बच्चे चिंतन के संदर्भ आधारित शैली की ओर प्रवृत हो जाती हैं | जबकि विद्यालय चिंतन के संदर्भ में सवतंत्र विधि से लक्षित करते हैं | जनजातीय बच्चो के भाषा उनके समुदाय की मनोसामाजिक वातावरण से बहुत ही अधिक प्रभावित होती हैं | जब जनजातीय बच्चे प्रभावी भाषा के माध्यम से शिक्षा लेते हैं तो वे समुदाय के संदर्भ के कारण मनोसामाजिक भाषायी समस्याओं का सामना करते हैं |
शिक्षको को विद्यार्थियों को विद्यालय पाठ्यचर्या में उनके द्रिन्दात्मक सामग्रियों का प्रयोग करने के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए तथा जब पाठयपुस्तके तैयार हो रही हो तो अपेक्षित ध्यान देना चाहिए | ग्रामीण क्षेत्रो में विद्यार्थियों को इस समस्या से पर पाने के लिए एक मात्र रणनीति थी | बच्चे को घरेलु भाष में शिक्षा प्रदान करने को भाषायी असमानता से पर पाने के लिए हमे वैकल्पिक रणनीतियों को देखना चाहिए |
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