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Computer क्या है? – प्रकार, वर्गीकरण और विशेषताए
कंप्यूटर एक इलेक्ट्रॉनिक उपकरण है जो डेटा को शीघ्रता से प्रसंस्करण करता है और उपयोगकर्ता को जानकारी देने में मदद करता है। यह तकनीकी उपकरण मशीनों का एक समूह है जो सॉफ्टवेयर और हार्डवेयर के संयोजन से मिलकर काम करते हैं।
कंप्यूटर में दिये गए निर्देशों का पालन करते हुए, यह अलग-अलग कार्यों को सम्पन्न कर सकता है, जैसे कि:
डेटा प्रोसेसिंग: कंप्यूटर डेटा को विभिन्न तरीकों से प्रोसेस करते हैं, जैसे कि गणना, संचयन, विश्लेषण और प्रस्तुतिकरण।
संचयन और प्रबंधन: कंप्यूटर डेटा और जानकारी को संचयित कर सकते हैं और उन्हें प्रबंधित कर सकते हैं।
सॉफ़्टवेयर चलाना: कंप्यूटर सॉफ़्टवेयर (ऐप्लिकेशन, प्रोग्राम आदि) को चला सकते हैं जिससे विभिन्न कार्यों को सम्पन्न किया जा सकता है।
संचार: कंप्यूटर संचार के लिए भी उपयोग किया जा सकता है, जैसे कि इंटरनेट, ईमेल, सोशल मीडिया, चैट, आदि।
कंप्यूटर एक जिन्दगी में अनगिनत क्षेत्रों में उपयोग होते हैं, जैसे कि विज्ञान, तकनीक, व्यावसायिक उपकरण, मनोरंजन, शिक्षा, स्वास्थ्य देखभाल, आदि। इसके माध्यम से हम जानकारी को संगठित और प्रस्तुत कर सकते हैं और आवश्यक कार्यों को सम्पन्न कर सकते हैं।
कंप्यूटर का अविष्कार कब हुआ?
कंप्यूटर का अविष्कार एक लंबे समय तक विकसित हुए विज्ञानिक और इंजीनियरिंग प्रक्रिया का परिणाम है। यह विशाल और संशोधित शृंखला के उत्तराधिकारी रूप में विकसित हुआ है। प्रारंभ में, कंप्यूटर का विकास हस्तक्षेपों, युक्तियों, और प्रौद्योगिकियों के नतीजे के रूप में हुआ, जो अग्रिम गणना और प्रक्रिया प्रदान करने की क्षमता का संवर्धन कर रहे थे।
यहां कुछ महत्वपूर्ण पड़ाव उस संवाद के रूप में दिए जा रहे हैं, जो कंप्यूटर के विकास में महत्वपूर्ण रहे |
बेबेज की एनालिटिकल इंजन (Analytical Engine) – 1837: चार्ल्स बेबेज, एक इंग्लिश गणितज्ञ, ने एक मैकेनिकल गणना यंत्र बनाने की योजना बनाई थी, जिसे वे “एनालिटिकल इंजन” कहते थे। यह इंजन एक सामान्य यातायात मॉड्यूल, अखंडित यादृच्छिक और सामान्य यादृच्छिक मोड़ों का उपयोग करके कार्य कर सकता था।
मार्क-1 (Harvard Mark I) – 1944: हार्वर्ड यूनिवर्सिटी के एक समूह द्वारा विकसित किया गया था, मार्क-1 एक बड़ा इलेक्ट्रो-मैकेनिकल गणना मशीन था जो गणना और तालिका बनाने में सक्षम था।
एनिएक (ENIAC) – 1945: एनिएक (Electronic Numerical Integrator and Computer) दुनिया का पहला पूर्णत: इलेक्ट्रॉनिक कंप्यूटर था, जिसका विकास 1943 से 1945 तक हुआ था। यह प्रोग्रामांकित नहीं था, लेकिन गणना के लिए उपयोगी था।
UNIVAC I – 1951: UNIVAC I (Universal Automatic Computer I) भारतीय विज्ञानी जॉन वन न्यूमेन द्वारा विकसित किया गया था और यह दुनिया का पहला व्यावसायिक कंप्यूटर था जो वित्तीय डेटा प्रसंस्करण के लिए उपयुक्त था।
धीरे-धीरे इस प्रकार के अविष्कारों के साथ संगणक विज्ञान की राह चलते हुए, आज तकनीकी से भरी कंप्यूटर हमारे समय में अद्भुत और शक्तिशाली उपकरण हैं, जिनका उपयोग विभिन्न क्षेत्रों में विस्तारपूर्वक किया जाता है।
कंप्यूटर कितने प्रकार के होते है?
कंप्यूटर कई प्रकार के होते हैं, जिनमें निम्नलिखित प्रमुख प्रकार शामिल होते हैं |
1. डेस्कटॉप कंप्यूटर (Desktop Computer): ये कंप्यूटर एक ठोस बॉक्स के रूप में होते हैं और मुख्य यूनिट और परिपर्याप्त इनपुट-आउटपुट उपकरणों के साथ आते हैं। डेस्कटॉप कंप्यूटर सामान्यतः घरों और कार्यालयों में इस्तेमाल होते हैं।
2. लैपटॉप कंप्यूटर (Laptop Computer): ये पोर्टेबल कंप्यूटर होते हैं जो उपयोगकर्ता को अपने साथ लेने और कहीं भी उपयोग करने की अनुमति देते हैं। ये बैटरी से चलते हैं और आमतौर पर यात्रा के दौरान उपयोग होते हैं।
3. टैबलेट कंप्यूटर (Tablet Computer): टैबलेट कंप्यूटर भी पोर्टेबल होते हैं और ये एक स्क्रीन के रूप में होते हैं जिन्हें स्पष्टीकरण के लिए स्पेशल उपकरण का उपयोग किया जाता है।
4. सर्वर (Server): सर्वर एक शक्तिशाली कंप्यूटर होता है जो नेटवर्क के अन्य कंप्यूटरों को सेवा प्रदान करने के लिए उपयोग होता है। सर्वर विशेष रूप से डेटा संचयन, डेटा साझा करने, और नेटवर्क सुरक्षा में मदद करते हैं।
5. सुपरकंप्यूटर (Supercomputer): सुपरकंप्यूटर विशेष रूप से गणना की दृष्टि से अत्यधिक शक्तिशाली होते हैं और बड़ी और जटिल गणनाएँ कर सकते हैं। इन्हें वैज्ञानिक और अन्य उच्चतम स्तर की गणना कार्यों में उपयोग किया जाता है।
6. इम्बेडेड कंप्यूटर (Embedded Computer): इम्बेडेड कंप्यूटर अन्य उपकरणों में स्थापित होते हैं और एक विशेष उपयोग के लिए निर्मित होते हैं, जैसे कि टीवी, स्मार्टफोन, गाड़ियाँ, इलेक्ट्रॉनिक इलाके, आदि।
7. कंप्यूटर सर्किट कंट्रोलर (Microcontroller): माइक्रोकंट्रोलर छोटे और साधारण गणना कंप्यूटर होते हैं जिन्हें एक विशिष्ट टास्क के लिए बनाया जाता है, जैसे कि घड़ियों, उपकरणों, और इलेक्ट्रॉनिक नियंत्रण सिस्टम में।
कंप्यूटर क्यों जरुरी है?
कंप्यूटर आधुनिक युग में एक महत्वपूर्ण और अनिवार्य उपकरण है। इसकी आवश्यकता और महत्व निम्नलिखित कारणों से होते हैं:
1. गणना और तेजी: कंप्यूटर गणना की शक्ति और तेजी के साथ काम करते हैं। यह लाखों गणनाएँ सेकंड में कर सकते हैं, जिससे समय और मेहनत की बचत होती है।
2. जानकारी प्रसार: कंप्यूटर विश्वभर में जानकारी को स्वरूपित करने और संचयित करने में मदद करते हैं। इंटरनेट के उपयोग से, आप दुनिया भर में होने वाले घटनाओं, ख़बरों, और जानकारी को आसानी से प्राप्त कर सकते हैं।
3. संचयित डेटा: कंप्यूटर विभिन्न विधाओं में डेटा को संचयित करते हैं और इसे सुरक्षित रखते हैं। इससे विभिन्न संगठनों में काम करने और जानकारी को संभालने में मदद मिलती है।
4. सॉफ़्टवेयर और ऐप्स: कंप्यूटर सॉफ़्टवेयर और ऐप्स की मदद से आप विभिन्न कार्यों को सरल बना सकते हैं, जैसे कि लेखन, संगणना, संचयन, संचार, और मनोरंजन।
5. शिक्षा: कंप्यूटर शिक्षा के क्षेत्र में भी बड़ा महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। ये शिक्षा के लिए उपयोगी साधन हैं जिससे विद्यार्थी और शिक्षक द्वारा विभिन्न विषयों की अध्ययन संबंधित सूचनाओं को प्राप्त कर सकते हैं।
6. अनुसंधान और विकास: विज्ञान, तकनीक, और अन्य डोमेन में अनुसंधान और विकास में कंप्यूटर का बहुत महत्वपूर्ण योगदान है। उन्हें विशेषज्ञ और वैज्ञानिकों के द्वारा उपयोग किया जाता है।
7. व्यवसाय और वित्तीय कार्य: कंप्यूटर व्यावसायिक और वित्तीय कार्यों में भी उपयोग होते हैं, जैसे कि वित्तीय लेखा, ई-कॉमर्स, डेटा व्यवस्थापन, और व्यावसायिक विश्लेषण।
कंप्यूटर ने इंसान के जीवन को अभूतपूर्व रूप से सरल और संगठित बना दिया है। इसके माध्यम से हम विभिन्न कार्यों को तेजी से सम्पन्न करते हैं और विश्व के अन्य भागों से जुड़े रहते हैं।
कंप्यूटर कैसे काम करता है?
कंप्यूटर एक विशेषत: निर्देश दिए गए कार्यों को पूरा करने के लिए गणना, प्रसंस्करण, और संचयन करने में सक्षम तकनीकी उपकरण है। यह एक अनुक्रमित और तेजी से काम करने वाली मशीन होती है जिसके पीछे कई प्रकार के हार्डवेयर और सॉफ़्टवेयर तत्व होते हैं।
कंप्यूटर काम करने की प्रक्रिया निम्नलिखित चरणों में बंटी होती है
1. इनपुट (Input): इस प्रक्रिया में कंप्यूटर को उपयोगकर्ता द्वारा दिए गए निर्देश या डेटा को प्राप्त किया जाता है। यह डेटा विभिन्न इनपुट उपकरणों (जैसे कि कीबोर्ड, माउस, स्कैनर, टचस्क्रीन, विभिन्न सेंसर आदि) के माध्यम से होता है।
2. प्रोसेसिंग (Processing): इनपुट के प्राप्त होने के बाद, कंप्यूटर उस डेटा को गणना और प्रसंस्करण के लिए भेजता है। सॉफ़्टवेयर जो एक सीरीज में लिखा गया होता है, इस गणना प्रक्रिया का निर्देशन करता है और डेटा के साथ उपयोगी तत्वों को प्राप्त करता है।
3. आउटपुट (Output): प्रोसेसिंग के बाद, कंप्यूटर उपयोगकर्ता को नतीजे के रूप में आउटपुट प्रदान करता है। यह आउटपुट विभिन्न आउटपुट उपकरणों (जैसे कि मॉनिटर, प्रिंटर, विभिन्न सेंसर, और विभिन्न एक्स्टर्नल डिवाइसेस आदि) के माध्यम से होता है।
4. संचयन (Storage): संचयन के माध्यम से कंप्यूटर डेटा और जानकारी को स्थायी रूप से संचयित करता है। यह डेटा बाद में उपयोग के लिए रखा जा सकता है और प्रोसेसिंग के लिए बार-बार प्रयोग किया जा सकता है।
कंप्यूटर काम करने के लिए ये चरण एक निश्चित अनुक्रम में आगे बढ़ते रहते हैं और इससे विभिन्न तरीकों से जानकारी को गणना और प्रसंस्करण किया जाता है ताकि उपयोगकर्ता को अनुरूप नतीजे मिलें। इस प्रक्रिया में सभी तत्वों के मिलने से कंप्यूटर विभिन्न और उपयोगी तरीकों से काम करता है।
कंप्यूटर के जन्म डाटा कौन है?
कंप्यूटर के जन्म डाटा को सुनिश्चित रूप से नहीं जाना जा सकता है, क्योंकि यह एक ऐसी घटना थी जिसके लिए कोई एक विशिष्ट तारीख नहीं है। कंप्यूटर का विकास बहुत लंबे समय तक हुआ और इसके विकास में कई वैज्ञानिकों, इंजीनियरों, और अन्य पेशेवरों का योगदान था।
कंप्यूटर का विकास एक संशोधनात्मक अनुक्रम में हुआ था, जिसमें अनेक प्रकार के गणना उपकरणों का विकास हुआ, जिनमें से कुछ गणना मशीनें थीं। पहले गणना उपकरण बड़े और ठोस होते थे और धीरे-धीरे समय के साथ उन्हें बदलकर आधुनिक विद्युत गणना उपकरण विकसित किया गया।
इसलिए, कंप्यूटर के जन्म डेटा की सटीक जानकारी उपलब्ध नहीं है। हालांकि, बहुत सी वैज्ञानिक संस्थानों और विश्वविद्यालयों में अनेक प्रकार के गणना उपकरणों का विकास हुआ था, जो आधुनिक कंप्यूटर के बनने में महत्वपूर्ण योगदान थे। कंप्यूटर का सबसे पहला पूर्णत: इलेक्ट्रॉनिक कंप्यूटर “एनिएक” (ENIAC) 1945 में विकसित किया गया था।
आज, कंप्यूटर तकनीकी रूप से विकसित हो गए हैं और विभिन्न उपकरणों, सॉफ़्टवेयर और संबंधित तकनीकों के साथ उपयोगकर्ताओं के लिए उपलब्ध हैं। आज, विभिन्न क्षेत्रों में उपयोग होने वाले कंप्यूटर आपको गणना, संचयन, संचार, और अन्य कार्यों में मदद करते हैं।
कंप्यूटर का यूज कहां कहाँ होता है?
कंप्यूटर का उपयोग विभिन्न क्षेत्रों और सेक्टरों में होता है और इसका उपयोग आधुनिक युग में अधिकतर कामों को सुगम और सरल बनाने के लिए किया जाता है। निम्नलिखित हैं कुछ विभिन्न क्षेत्र जहां कंप्यूटर का उपयोग होता है:
1. व्यावसायिक क्षेत्र: कंप्यूटर व्यावसायिक क्षेत्र में व्यापार, वित्तीय कार्य, स्टॉक मार्केट, लेखा, मार्केटिंग, रिक्रूटमेंट, सप्लाई चेन, और व्यवस्थापन में उपयोग होता है।
2. शिक्षा: कंप्यूटर शिक्षा के क्षेत्र में भी उपयोगी है और विभिन्न विषयों में पाठ योजनाएँ, परीक्षा प्रबंधन, ऑनलाइन शिक्षा, और डिजिटल संसाधनों को संभालने में मदद करता है।
3. सरकारी क्षेत्र: सरकारी क्षेत्र में भी कंप्यूटर का उपयोग अधिक होता है, जैसे कि सरकारी कार्यालयों में आवेदन और रिक्रूटमेंट प्रक्रिया, आईटी सेवाएं, विभिन्न योजनाएं, और आंतरिक प्रबंधन।
4. विज्ञान और अनुसंधान: विज्ञान, अंतरिक्ष, जैविकी, और अनुसंधान क्षेत्रों में भी कंप्यूटर का उपयोग होता है जो भविष्य के लिए नई खोजों और विकास को संभव बनाता है।
5. संचार: कंप्यूटर आधुनिक संचार के लिए एक महत्वपूर्ण साधन है, जो ईमेल, सोशल मीडिया, वीडियो कॉन्फ़्रेंसिंग, और इंटरनेट सर्विसेज़ के माध्यम से लोगों को जोड़ता है।
6. विनिर्माण उद्योग: कंप्यूटर ने विनिर्माण उद्योग में भी क्रियात्मक बदलाव किया है, जिससे उत्पादकता में सुधार हुआ है और उत्पादकता और गुणवत्ता में सुधार हुआ है।
7. मनोरंजन और मनोरंजन: कंप्यूटर के माध्यम से लोग वीडियो खेल, ऑनलाइन स्ट्रीमिंग, संगीत सुनने, और गेम खेलने का आनंद लेते हैं।
कंप्यूटर का उपयोग विभिन्न क्षेत्रों में होता है और यह विभिन्न कार्यों को सुगम बनाने और उन्हें अधिक उत्तरदायी बनाने में मदद करता है।
लैपटॉप और कंप्यूटर में अंतर
लैपटॉप और कंप्यूटर दोनों ही कंप्यूटिंग उपकरण हैं, लेकिन उनमें कुछ मुख्य अंतर हैं:
1. पोर्टेबिलिटी: लैपटॉप पोर्टेबल होता है और इसे आसानी से आपके साथ ले जाया जा सकता है, जबकि कंप्यूटर स्थानिक होता है और आपको एक जगह से दूसरी जगह ले जाने की जरूरत होती है।
2. आकार: लैपटॉप कंप्यूटर कंप्यूटर के मुकाबले छोटे होते हैं और इसे मज़ेदार और लचीला बनाने के लिए विभिन्न डिज़ाइन के विकल्प उपलब्ध होते हैं। कंप्यूटर बड़े होते हैं और इसे आपके बुराई या डेस्क पर रखा जाना होता है।
3. प्राथमिकता: लैपटॉप को अपने अंदर इंटीग्रेटेड बैटरी होती है, जो इसे बिजली के बिना भी काम करने की अनुमति देती है, जबकि कंप्यूटर को स्थायी बिजली सप्लाई की आवश्यकता होती है।
4. पॉवर और प्रोसेसिंग: लैपटॉप बात करते समय कंप्यूटर की तुलना में कम पावरफुल हो सकते हैं, जिससे वे कुछ विशेष गतिविधियों के लिए अधिक उपयुक्त नहीं हो सकते हैं।
5. एक्स्ट्रा पोर्ट्स: लैपटॉप में आम तौर पर कम पोर्ट्स होते हैं जिसका मतलब है कि एक्स्टर्नल डिवाइस को जोड़ने के लिए कम विकल्प होते हैं। कंप्यूटर में अधिक पोर्ट्स उपलब्ध होते हैं और आप विभिन्न एक्स्टर्नल उपकरण जोड़ सकते हैं।
6. मूल्य: लैपटॉप कंप्यूटर कंप्यूटर की तुलना में थोड़े महंगे होते हैं, क्योंकि उनमें पोर्टेबिलिटी और कम आकार के कारण उच्च प्रयोजन ख़र्च होता है। कंप्यूटर इसके मुकाबले सस्ते होते हैं और उनमें अधिक विकल्प होते हैं।
लैपटॉप और कंप्यूटर दोनों अपने अपने विशेषताओं के कारण अपने-अपने उपयोगकर्ता और उपयोग के लिए उपयुक्त हो सकते हैं। इसलिए, उपयोगकर्ता की आवश्यकताओं, बजट, और प्राथमिकताओं के आधार पर उनमें से एक का चयन करना महत्वपूर्ण है।
कंप्यूटर खरीदने से पहले जानिए ये बाते ?
कंप्यूटर को खरीदने से पहले, आपको अपने उद्देश्यों, बजट, और आवश्यकताओं को ध्यान में रखना चाहिए। नीचे दिए गए कुछ महत्वपूर्ण प्रश्न हैं, जिनका उत्तर देने से आप आपके लिए सही कंप्यूटर को चुन सकते हैं:
1. उद्देश्य: कंप्यूटर को किस उद्देश्य के लिए खरीद रहे हैं? क्या आप इंटरनेट सर्फिंग, ईमेल, और ऑफिस कार्य के लिए ही उपयोग करना चाहते हैं, या फिर गेमिंग, मल्टीमीडिया, या ग्राफिक्स डिजाइन के लिए भी?
2. बजट: आपका खर्च कितना हो सकता है? कंप्यूटर के विभिन्न मॉडल और विशेषताओं के आधार पर उनकी कीमत भिन्न होती है।
3. स्पेसिफिकेशन्स: आपको कितने आकार की स्क्रीन, कितने रैम, प्रोसेसर कितने जीएचजीजी, स्टोरेज कितना जीबी, और बैटरी लाइफ कितनी चाहिए?
4. ब्रांड: कंप्यूटर के ब्रांड पर भी ध्यान देना महत्वपूर्ण है। प्रसिद्ध और विश्वसनीय ब्रांड उत्पादों में अधिक गारंटी और बेहतर उपयोगकर्ता समर्थन होता है।
5. समीक्षा: विभिन्न वेबसाइटों और प्रसिद्ध वीडियो चैनलों पर उपयोगकर्ताओं की समीक्षा पढ़कर आप विभिन्न मॉडलों के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
6. सेकंड हैंड विकल्प: बजट और उद्देश्य के अनुसार, आप सेकंड हैंड या रीफर्बिश्ड कंप्यूटर को भी विचार कर सकते हैं।
इन प्रश्नों के उत्तर देने के बाद, आप ऑनलाइन शॉपिंग पोर्टल या विशेषज्ञों की मदद से अपनी आवश्यकताओं के अनुसार सही कंप्यूटर को चुन सकते हैं। आपको एक कंप्यूटर को चुनने से पहले ध्यान से अनुसंधान करने की सलाह दी जाती है ताकि आपको अपने उद्देश्यों के अनुसार सबसे उपयुक्त और बेहतरीन विकल्प मिले।
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COMPUTER : FQA
(1.) कंप्यूटर की शुरुआत कब हुई थी?
उत्तर: 1837 में, चार्ल्स बैबेज ने पहला जनरल मैकेनिकल कंप्यूटर की शुरुआत की थी |
(2.) कंप्यूटर का full फॉर्म क्या होता है?
उत्तर: Computer का Full Form “Commonly Operated Machine Particularly Used in Technical and Educational Research” होता है |
(3.) कंप्यूटर कितने प्रकार के होतें है?
उत्तर: मुख्य रूप से कंप्यूटर चार प्रकार के होतें है जो इस प्रकार है | सुपर कंप्यूटर (Super Computer), मेनफ़्रेम कंप्यूटर (Mainframe Computer), मिनी कंप्यूटर (Mini Computer), माइक्रो कंप्यूटर (MICRO computer)
(4.) ऑनलाइन कंप्यूटर कहां से ख़रीदे?
उत्तर: ऑनलाइन कंप्यूटर खरीदने के लिए अनेको वेबसाइट है जहां से आप ऑनलाइन आर्डर कर सकते है . यदि आप dell का कंप्यूटर लेना चाहते है तो उनके ऑफिसियल वेबसाइट से आर्डर करें , इसके अलावा अमेज़न या फ्लिप्कार्ट से आर्डर कर सकते है |
(5.) कंप्यूटर के न्यूनतम कितने दाम होते है?
उत्तर: मार्किट में brand और लोकल दोनों प्रकार के कंप्यूटर मौजूद है , जहां से आप छोटे या बड़े आकार के कंप्यूटर खरीद सकते है | वही छोटे आकर और कम फीचर वाले कंप्यूटर लगभग 15,000 रुपए से खरीद सकते है | वहीं अच्छे फीचर और brand वाले कंप्यूटर की कीमत 50,000 रुपये से लाखों रुपये है |
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