chicken pox क्या है? चेचक के लक्षण और उपाय जानने के लिए इस पोस्ट को पढ़िए , और चेचक से संबंधित पूरी जानकारी जानिए |
यह बच्चों और युवाओं को सबसे ज्यादा प्रभावित करता था, लेकिन यह किसी भी उम्र के व्यक्ति को आक्रामक कर सकता था।

chicken pox क्या है?
चेचक के लक्षण में उच्च बुखार, खांसी, नाक से विविध नाक और गले के अस्थायी दर्द, चक्कर आना, आंखों में लालिमा और दानेदार चकत्ते शामिल हो सकते हैं। यह एक संक्रामक बीमारी है और वायरस वायरल बूँदों के माध्यम से फैलता है, जो किसी भी व्यक्ति के छींक, खांसी और बातचीत के द्वारा वायु में फैलते हैं।
चेचक से बचने के लिए, एक सर्टिफाइड वैक्सीन के माध्यम से टीकाकरण की जाती है, जिससे व्यक्ति का शरीर इस रोग के खिलाफ सुरक्षित होता है। यह टीकाकरण बचपन में दिया जाता है और सामान्य रूप से डोज़ एक या दो बार दी जाती है, जो व्यक्ति को चेचक के प्रति संक्रामक बनाती है।
यदि आप या कोई आपके आसपास के व्यक्ति चेचक रोग के लक्षण दिखाता है, तो उसे चिकित्सक की सलाह लेना चाहिए। समय रहते इलाज से यह रोग पूर्ण रूप से ठीक हो सकता है और अन्य व्यक्तियों को भी संक्रमित होने से रोका जा सकता है।
चेचक के लक्षण (chicken pox symptoms)
चेचक एक वायरल रोग है जिसके लक्षण आमतौर पर बुखार और छाती में लाल चकत्ते के रूप में प्रकट होते हैं। यह रोग आमतौर पर बच्चों और युवा वयस्कों में ज्यादा प्रभावित करता है। निम्नलिखित चेचक के लक्षण हो सकते हैं:
बुखार
चेचक के प्रारंभिक लक्षण में बुखार दिख सकता है, जो आमतौर पर ऊंचा होता है और कुछ दिनों तक रहता है।
खांसी: रोग के प्रारंभिक दिनों में सूखी खांसी हो सकती है जिसमें गले में खराश होती है।
नाक और आंखों से पानी
रोग के प्रारंभिक दिनों में नाक और आंखों से पानी आ सकता है।
खोपड़ी पर दानेदार चकत्ते
चेचक के विकसित लक्षण में खोपड़ी पर दानेदार चकत्ते (Rash) बन सकते हैं, जिन्हें लाल, खराब और तीखे होते हैं। ये आमतौर पर अवयस्क लक्षण होते हैं और सामान्यतया मुंह और गर्दन से शुरू होकर शरीर के बाकी हिस्सों तक फैलते हैं।
चक्कर आना और अस्थायी दर्द
कुछ लोगों को चेचक के साथ चक्कर आना या अस्थायी दर्द की समस्या हो सकती है।
यदि आप या कोई आपके आसपास का व्यक्ति चेचक के लक्षण दिखा रहा है, तो उसे तुरंत चिकित्सक की सलाह लेनी चाहिए।
चेचक (Measles) एक संक्रामक बीमारी है जो मुख्य रूप से वायरस से होती है और अधिकतर बच्चों और युवाओं में प्रभावित करती है। यह रोग साधारणतः गंभीर नहीं होता है और बच्चों के इम्यून सिस्टम के मजबूत होने से इसे ठीक होने में मदद मिलती है।
हालांकि, कुछ मामूली से लेकर गंभीर शारीरिक नुकसान हो सकते हैं, जो निम्नलिखित हैं:
तापमान का बढ़ जाना
चेचक के प्रारंभिक लक्षणों में तापमान बढ़ सकता है और बुखार हो सकता है।
दानेदार चकत्ते
चेचक के संक्रमित व्यक्ति के खोपड़ी पर दानेदार चकत्ते उत्पन्न होते हैं, जो लाल और तीखे हो सकते हैं। ये चकत्ते खुजली और तकलीफ का कारण बन सकते हैं।
ऑटिस (ओटोइटिस)
यह एक कान की समस्या है जो चेचक से प्रभावित होने पर हो सकती है। ऑटिस में कान में दर्द और सुनाई न देने की समस्या होती है।
श्वसन संबंधी तकलीफ
चेचक के विकसित लक्षणों में कई लोगों को श्वसन संबंधी तकलीफ हो सकती है, जैसे कि छाती में दर्द या सांस लेने में तकलीफ।
बारहमासी
चेचक से प्रभावित व्यक्ति के इम्यून सिस्टम कमजोर हो सकता है और यह दूसरी संक्रामक बीमारियों के लिए उचित रक्षा नहीं कर पाता है।
संग्रहण
कुछ मामूली मामलों में, चेचक से प्रभावित व्यक्ति को संग्रहण की समस्या हो सकती है। यह आँतरिक अंगों की सूजन का कारण बन सकता है।
चेचक होने पर क्या करें?
अगर आपको या किसी आपके आसपास के व्यक्ति को चेचक हो जाता है, तो निम्नलिखित कदमों का पालन करना आवश्यक होता है:
चिकित्सक से संपर्क करें
चेचक के लक्षणों की जांच और सही निदान के लिए तुरंत चिकित्सक से संपर्क करें। एक पेशेवर चिकित्सक से परामर्श लेना आवश्यक है ताकि सही उपचार का पता चल सके।
विश्राम करें
चेचक होने पर विश्राम करना महत्वपूर्ण है। इससे आपके शरीर का इम्यून सिस्टम बेहतर तरीके से रोग के खिलाफ लड़ सकता है। घर आराम करें और बहुत पानी पिएं।
इशारों को छोड़ना
अपने स्वास्थ्य को सुधारने के लिए इशारों को छोड़ें। यह विशेष रूप से दूसरों से संक्रमित होने से रोकने में मदद कर सकता है।
अलगाव का ध्यान रखें
चेचक से प्रभावित व्यक्ति को अलगाव करने के लिए अलग खाने की व्यवस्था करें। व्यक्ति खुद को संक्रमित करने से बचाएं और अन्य लोगों को संक्रमित होने से रोकें।
उचित इलाज का पालन करें
चिकित्सक द्वारा सुझाए गए उचित इलाज को पूरा करें। डॉक्टर के दिए गए दवाओं का समय पर सेवन करें और उन्हें पूरा करें।
हाथ-मुँह धोना
अपने हाथों को समय-समय पर साबुन और पानी से धोएं, विशेष रूप से जब आप किसी व्यक्ति या संरचना को छुएं जिसे चेचक से प्रभावित हो सकता है।
वैक्सीनेशन का महत्व
चेचक के खिलाफ टीकाकरण उपलब्ध है। इसलिए, बच्चों और युवाओं को टीकाकरण करवाना उचित होता है। वैक्सीनेशन से व्यक्ति के शरीर को चेचक रोग के विरुद्ध अधिक प्रतिरक्षा मिलती है।
चेचक एक संक्रामक रोग है, और आपके और आपके परिवार के स्वास्थ्य को संरक्षित रखने के लिए उपरोक्त सुझावों का पालन करना जरूरी है।
चेचक होने पर घरेलु उपाय (home remedies for smallpox)
चेचक (chicken pox) एक संक्रामक रोग है जो वायरस से होता है। यदि आप या आपका कोई परिवार का सदस्य चेचक के लक्षणों से प्रभावित हो जाए, तो निम्नलिखित घरेलू उपाय आपको आराम प्रदान कर सकते हैं,
लेकिन याद रखें कि इन उपायों का उपयोग केवल प्रभावित व्यक्ति की सामान्य सुखदायकता और आराम के लिए किया जा सकता है। चेचक के उपचार के लिए एक पेशेवर चिकित्सक से सलाह लेना जरूरी है।
विश्राम करें
चेचक से प्रभावित व्यक्ति को पूरे अवधि के दौरान अधिक से अधिक विश्राम करना चाहिए। अधिक आराम से शरीर को ठीक होने में मदद मिलती है।
पर्याप्त पानी पिएं
रोगी को पर्याप्त पानी पीना चाहिए ताकि उनके शरीर से अवशेष तत्व बाहर निकल सकें और उनके शरीर को पोषित रखने में मदद मिल सके।
खुले और स्वच्छ जगह पर रहें
चेचक (chicken pox) से प्रभावित व्यक्ति को खुले और स्वच्छ जगह पर रहना चाहिए। इससे उन्हें थकावट कम होगी और वातावरण से आराम मिलेगा।
ठंडी पदार्थों का सेवन करें
ठंडे दूध, दही, नारियल पानी और फलों का सेवन करना रोगी को शीतलता प्रदान कर सकता है।
आरामदायक कपड़े पहनें
रोगी को आरामदायक कपड़े पहनने चाहिए ताकि उन्हें अधिक आराम हो सके।
आंखों की सुरक्षा
चेचक से प्रभावित व्यक्ति को उनकी आंखों की सुरक्षा का ख़ास ख्याल रखना चाहिए। उन्हें अधिक से अधिक आराम देने के लिए धूप से बचने की कोशिश करें।
नियमित दवाएं लें
यदि डॉक्टर ने दवाइयों को सलाह दी है, तो नियमित रूप से दवाइयों का सेवन करें। डॉक्टर द्वारा सलाहित खुराक और समयांतर से न चूकें।
चेचक के लिए होमियोपैथिक दावा (Homeopathic Claims for Chickenpox)
होमियोपैथिक दवाइयों का चयन और उपयोग विशेषज्ञ होमियोपैथिक चिकित्सक या चिकित्सा विशेषज्ञ के परामर्श के बाद ही किया जाना चाहिए। चेचक एक संक्रामक रोग है और सही चिकित्सा के बिना इलाज करने से यह रोग और भी ख़तरनाक हो सकता है।
होमियोपैथिक चिकित्सा में चेचक (chicken pox) के लिए कुछ दवाएं हो सकती हैं, जो रोगी के लक्षणों के आधार पर चिकित्सक द्वारा प्रदान की जाती हैं। नीचे कुछ सामान्य होमियोपैथिक दवाएं दी गई हैं जो चेचक के इलाज में उपयोग की जा सकती हैं:
- Pulsatilla: इस दवा का उपयोग अनियमित बुखार, नाक से पानी, आंखों में दर्द, और शरीर के अलग-अलग हिस्सों में दर्द के लिए किया जा सकता है। इसे आंखों की लालिमा के साथ लाल चकत्ते के रूप में भी इस्तेमाल किया जा सकता है।
- Bryonia: यह दवा बुखार के साथ सूखी और दर्दनाक खांसी, गले में सूजन, और व्यक्ति को गर्दन को हिलाने या ठीक से सुस्ती के कारण दर्द होने पर उपयोगी होती है।
- Euphrasia: यह दवा आंखों से पानी आने, आंखों में जलन, और नाक बहने के लिए उपयुक्त होती है।
- Belladonna: यह दवा अचानक उत्पन्न होने वाले तेज बुखार, चेहरे पर लाल दाने, और शरीर में ताक़ती चुभने के लिए उपयुक्त होती है।
- Apis Mellifica: इस दवा का उपयोग खुजली, दर्द या सूजन से होने वाले आंखों और गले की समस्याओं के लिए किया जा सकता है।
कृपया ध्यान दें कि होमियोपैथिक चिकित्सा के दवाओं के लिए उचित खुराक, उपयोग, और अवधि के बारे में आपको एक पेशेवर होमियोपैथिक चिकित्सक से परामर्श लेना बेहद महत्वपूर्ण है।
होमियोपैथिक चिकित्सा व्यवसायिक रूप से प्रशिक्षित चिकित्सक की सलाह के बिना किसी भी दवा का सेवन न करें।
चेचक होने पर एलोपैथिक दावा (Allopathic claim on small pox in hindi
चेचक (chicken pox) के इलाज में आमतौर पर एलोपैथिक चिकित्सा विशेषज्ञ एक या एक से अधिक दवाओं का सुझाव देते हैं, जिन्हें व्यक्ति के लक्षणों, उम्र, स्वास्थ्य स्तर और अन्य चिकित्सा इतिहास के आधार पर तय किया जाता है।
नीचे कुछ आम एलोपैथिक दवाओं का उल्लेख किया गया है, लेकिन इनका उपयोग अपने चिकित्सक द्वारा सलाह दी गई दिशा निर्देशों के अनुसार होना चाहिए |
पैरासिटामॉल (Paracetamol): यह दवा बुखार और दर्द कम करने के लिए उपयोगी होती है।
ईबुप्रोफेन (Ibuprofen): इसे बुखार और दर्द के लिए उपयोग किया जाता है।
अंटीबायोटिक्स (Antibiotics): चेचक वायरस से होने वाले इंफेक्शन के कारण होने वाली तकलीफों के लिए डॉक्टर कई बार एंटीबायोटिक्स का उपयोग कर सकते हैं।
विटामिन ए: विटामिन ए के उपयोग से वायरल इंफेक्शन से जुड़ी समस्याओं में लाभ हो सकता है।
कृपया ध्यान दें कि ये दवाएं केवल विशेषज्ञ चिकित्सक द्वारा प्रेस्क्रिप्शन के अनुसार ही उपयोग करें। आपके चिकित्सक विशेषज्ञ के साथ बातचीत करें और चेचक के उपचार की सटीक दिशा निर्देशों का पालन करें।
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